सिंचाई मंत्री ने कहा, मथुरा-आगरा के धार्मिक स्थलों पर स्थापित कुण्डों में भरा जाए गंगा का साफ पानी

सिंचाई मंत्री ऊर्जा मंत्री
सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के साथ ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के नजरिए से महत्वपूर्ण मथुरा और आगरा में प्रचीनकाल से स्थापित कुण्डों एवं पोखरों को साफ-सफाई करके स्वच्छ एवं पेयजल हेतु गंगा नदी से पानी आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ये निर्देश सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बुधवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में बुलाई गई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तत्काल एक कार्य योजना बनाकर शासन को उपलब्ध कराए।

धर्मपाल सिंह आज ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के साथ आगरा और मथुरा के धार्मिक स्थलों पर स्थापित कुण्डों में स्वच्छ एवं पेयजल के लिए पानी की उपलब्धता की कार्य योजना पर विभागीय अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे थे।

हरियाणा में बर्बाद हो रहा गंगा जल: श्रीकांत शर्मा

इस दौरान ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने सिंचाई मंत्री को अवगत कराया कि गंगा से  आने वाले पानी की बहुत बड़ी मात्रा हरियाणा में जाकर खराब हो रही है। साथ ही आगरा कैनाल में कुलाबों द्वारा अवैध कटिंग से पानी बर्बाद किया जाता है। उन्होंने सिंचाई मंत्री को सुझाव दिया कि विभाग द्वारा ऐसी कार्य योजना बनाई जाए, जिससे आगरा कैनाल में आने वाला गंगा नदी का ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी आगरा और मथुरा के पर्यटन स्थलों पर सप्लाई किया जा सके।

जरूरी है कि कुण्डों एवं पोखरों में साफ पानी

श्रीकांत शर्मा ने इस दौरान ये भी कहा कि जनहित एवं संस्‍कृतिक धरोहरों को बचाने के लिए जरूरी है कि कुण्डों एवं पोखरों में साफ पानी भरा जाएं। ऊर्जा मंत्री ने सिंचाई मंत्री से मथुरा के खतौली में बंद पड़े प्रोजेक्ट को दोबारा से शुरू कराने  का निर्देश भी अधिकारियों को देने के लिए कहा।

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इस पर धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को तत्काल खतौली प्रोजेक्ट की अद्यतन रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तत्काल प्रोजेक्ट से संबंधित सभी आवश्यकताओं को पूरा करके इस पर काम शुरु कर दिया जाए।

स्‍थापित किया जाए केंद्र और हरियाणा सरकार से समन्‍वय

सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिया कि केंद्र और हरियाणा सरकार से समन्वय स्थापित कर अवैध तरीके से सप्लाई होने वाले पानी को रोककर सिंचाई एवं पेयजल के रुप में उपयोगिता सुनिश्चित की जाए। इतना ही नहीं ऊर्जा मंत्री द्वारा दिए गए सुझावों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि कही भी कोई अधिकारी लापरवाही दिखाएगा तो उसपर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

जल्‍द ही शुरू किया जाएगा खतौली प्रोजेक्‍ट: टी. वेंकटेश

इस दौरान प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश ने भी कहा कि ऊर्जा मंत्री द्वारा दिये गये सुझावों का पालन किया जायेगा। जल्‍द ही खतौली प्रोजेक्ट का निरीक्षण कर जरूरी आवश्यकताओं को पूरा कर इसे शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई विभाग को निर्देश दिया कि तत्काल मौके पर जाकर निरीक्षण कर आवश्यकतानुसार डीपीआर पेश करें। बैठक में विशेष सचिव सिंचाई, प्रमुख अभियंता एवं विभागध्यक्ष, मुख्य अभियंता के अलावा अन्‍य इंजीनियर व अधिकारी मौजूद रहें।

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