आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली के त्योहार को सभी समुदायों से परस्पर संवाद और सहमति के साथ सम्पन्न कराने के निर्देश देते हुए ताकीद की कि इस तरह काम किया जाए जिससे किसी को भी सरकार की मंशा या प्रशासन की कार्य पद्धति पर सवाल उठाने का मौका ना मिले। योगी ने होली को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने की तैयारियों के सिलसिले में प्रदेश के सभी मण्डलायुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, उप महानिरीक्षकों, जिलाधिकारियों तथा जिला पुलिस प्रमुखों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज बैठक कर अन्य जरूरी निर्देश भी दिए।
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वहीं भ्रष्टाचार की मिल रही शिकायतों पर सीएम ने अधिकारियों के पेंच भी कसें। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायतें आ रही हैं। अगर जांच में ये सही पायी गयी तो नौकरी करना सिखा देंगे। योगी के तेवर देख अधिकारियों के पसीने छूट गए। हालांकि इसका असर भ्रष्ट और लापरवाह अफसरों पर कितना होगा ये तो आने वाले समय में साफ हो जाएगा।
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कानून-व्यवस्था को लेकर योगी ने कहा कि सभी जिलों में शांति समिति की बैठकों के जरिये विभिन्न समुदायों से संवाद बनाकर शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से होली पर्व को सम्पन्न कराया जाए, ताकि किसी को शासन की मंशा या प्रशासन की कार्य पद्धति पर प्रश्न उठाने का अवसर ना मिले। होली का पर्व शुक्रवार को होने के कारण थाने, तहसील आदि सभी स्तरों पर शांति समिति की बैठकें की जाएं। साथ ही जरूरी हो तो मस्जिदों की दीवारों को ढंककर साफ रखा जाए। रंग खेलने के दौरान किसी तरह का विवाद न हों इसका विशेष ध्यान रखें। साथ ही योगी ने ये भी निर्देश दिए कि होली पर कही भी तेज आवाज और बड़े स्पीकर वाले डीजे नहीं बजने चाहिए। इसका खास ख्याल रखा जाए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि होली के दौरान परम्परागत आयोजनों को पूरी सुरक्षा उपलब्ध करायी जाए और परम्परा के विरुद्ध कार्यक्रमों को किसी भी हाल में इजाजत ना दी जाए।पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने इस मौके पर पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पुलिस बल की तैनाती की व्यवस्था को खुद देखें। आपात स्थिति के लिए स्ट्राइकिंग रिज़र्व के रूप में पुलिस व्यवस्था रखी जाए। सोशल मीडिया के ट्रेण्ड पर निगाह रखी जाए, जिससे अफवाहों पर लगाम लगायी जा सके।
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