नौसेना ने बंगाल की खाड़ी में ब्रह्मोस मिसाइल का किया परीक्षण, जानें इसकी खास बातें

ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण

आरयू वेब टीम। भारतीय नौसेना ने एक बार फिर पराक्रम दिखाया है। नेवी ने बुधवार को बंगाल की खाड़ी में ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। ब्रह्मोस भारत की सबसे खतरनाक मिसाइल है। यह मिसाइल 200 किलोग्राम वजन के परमाणु बम ले जाने में सक्षम हो गई है। ब्रह्मोस की जमीन से जमीन पर मार करने वाले वर्जन की मारक क्षमता अब 450 किलोमीटर तक हो गई है।

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ब्रह्मोस का विकास ब्रह्मोस कोर्पोरेशन के द्वारा किया जा रहा है। यह कम्पनी भारत के डीआरडीओ और रूस के एनपीओ मशीनोस्त्रोयेनिशिया का सयुंक्त उपक्रम है। ब्रह्मोस नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है। रूस इस परियोजना में प्रक्षेपास्त्र तकनीक उपलब्ध करवा रहा है और उड़ान के दौरान मार्गदर्शन करने की क्षमता भारत के द्वारा विकसित की गई है।

ये है खासियत…

• 28 फीट लंबी है ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल।
• 450 किलोमीटर तक करेगी मार।
• 200 किलोग्राम परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम।
• 800 किलोमीटर तक इसी रेंज को घटा बढ़ा सकते हैं।
• 3000 किलोग्राम है ब्रह्मोस मिसाइल का वजन।
• 4300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से करती है हमला।
• 1.20 किलोमीटर प्रति सेकेंड है इसकी गति।
• दस मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम।
• रैमजेट इंजन इसे घातक, सटीक और तेज बनाता है।
• ब्रह्मोस हवा में ही अपनी दिशा और निशाना बदलने में सक्षम है।
• ब्रह्मोस दुश्मन के राडार को चकमा देने में भी तेज है।

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