हिंसा के पक्ष में खड़े हो मोदी सरकार ने धूमिल की देश की छवि, अल्‍पसंख्‍यक कांग्रेस ने भेजा ज्ञापन

देश की छवि
ज्ञापन देने पहुंचा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। इसराइल व हमास युद्ध के बीच इसराइल द्वारा गाजा पर किए जा रहे हमलों मारे जा रहे मासूम बच्‍चों व अन्‍य लोगों को  लेकर देशभर में चर्चा हो रही। मानवीय आधार पर संघर्षविराम के पक्ष में भारत के वोटिंग नहीं करने से विपक्ष मोदी सरकार को घेरने में लगा है। बुधवार को इसी क्रम में कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार ने हिंसा के पक्ष में खड़े होकर देश की छवि दुनियाभर में धूमिल कर दी है। यूपी अल्पसंख्यक कांग्रस ने संयुक्त राष्ट्र संघ में गाजा पट्टी में जारी हिंसा को रोकने के लिए लाए गए प्रस्ताव से मोदी सरकार के अनुपस्थित रहने पर विदेश मंत्री को ज्ञापन भेज अपनी आपत्ति भी जताई है।

भारत हमेशा शांति के पक्ष और हिंसा के खिलाफ रहा

अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने आज इस बारे में मीडिया से कहा कि भारत हमेशा से शांति के पक्ष में और हिंसा के खिलाफ लाए गए प्रस्तावों का समर्थक रहा है। जवाहरलाल नेहरू जी के नेतृत्व में शुरू हुए गुट निरपेक्ष आंदोलन के पीछे भी यही विचार रहे हैं। ये विचार भारत के नैतिक साहस का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य के रूप में हमारे कार्यों का मार्गदर्शन किया है।

वैश्विक मुद्दे पर हमारी भूमिका अविश्वास से देखी जाएगी

केंद्र की नीति पर निशाना साधते हुए शाहनवाज ने कहा कि मोदी सरकार ने मतदान के दौरान हिंसा के पक्ष में खड़े होकर भारत की छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल कर दी है। इससे भविष्य में किसी भी वैश्विक मुद्दे पर हमारी भूमिका अविश्वास से देखी जाएगी।

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