बोले दीपक सिंह, “योगी सरकार की संवेदनहीनता का नतीजा बालू अड्डा में जहरीले पानी की आपूर्ति, दर्ज हो मुकदमा, मृतक के परिजनों को मिले मुआवजा”

जहरीले पानी की आपूर्ति

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके में शुमार बालू अड्डा में जहरीले पानी से हुई मौतों के मामले को लेकर योगी सरकार घिरती नजर आ रही है। बुधवार को बालू अड्डा में लोगों का हाल जानने पहुंचे कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने इस घटना के लिए योगी सरकार की संवदेनहीनता को बताते हुए जानलेवा लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर हत्‍या का मुकदमा दर्ज कराने के अलावा मृतके परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।

दीपक सिंह ने कहा कि काफी दिनों से बालू अड्डा की आबादी सीवर का पानी पीने के लिए मजबूर है, सरकार की लापरवाही से बच्चों की मौतें हुई हैं, सैकड़ों बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं यहां के लोगों की लिखित मौखिक शिकायतों के बाद भी ध्यान नहीं देने से मौतें हुई है।

विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता दीपक सिंह ने बताया कि अब दो दिनों से यहां पानी की सप्‍लाई रोक दी गयी है, यहां की जनता भी टैक्‍स देती है जिससे भाजपा सरकार के लोग मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की फोटो चमकाते हैं और बालू अड्डा के लोग लखनऊ के लोग नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं, बच्चों की मौतें हो रही हैं सैकड़ों बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं।

यह भी पढ़ें- लखनऊ में दूषित पानी से 37 लोग बीमार, मासूम समेत दो की मौत, मेयर व DM ने निरीक्षण कर कही ये बातें

दीपक सिंह ने लोगों से हालचाल जानने के बाद कहा कि सरकारी लापरवाही से हुई बच्चों की मौत का मामला बेहद संवेदनशील है और इसके लिये योगी सरकार जिम्मेदार है। वहीं मीडिया के सामने सवाल उठाते हुए दीपक सिंह ने कहा कि यूपी की राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके में जब जनता जहरीला पानी पीने को विवश है तो दूरस्थ जनपदों व ग्रामीण इलाकों की क्या स्थित होगी।

मृतकों के परिजनों को राहत राशि देने की मांग करते हुए कहा कि जो बच्चे अस्पताल में मौत से जूझ रहें, उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए, नगर निगम के दोषी अधिकारी जो यहां के लोगों से सफाई के नाम पर सीवर का पानी टंकी में रह जाए उसे काटने के नाम पर पैसा मांगते हैं, उन पर आपराधिक कार्रवाई हो, यदि 17 तारीख तक इस पर कार्यवाही नहीं होती है तो इस मामले को कांग्रेस सदन में उठाएगी और इन्हें न्याय मिलने तक सड़क पर भी संघर्ष करेगी।