आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर लगातार कद्दावर नेताओं की भूमिका बदलने का क्रम जारी है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद शुक्रवार को इसी क्रम में एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से मना कर सबको चौंका दिया है। दिग्विजय सिंह सबसे मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे थे, वहीं अपने फैसले को लेकर उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़ने की वह सोच भी नहीं सकते।
आज दिग्विजय सिंह ने अपने फैसले को लेकर कहा है कि मैंने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और कहा कि अगर आप फॉर्म भर रहे हैं तो मैं आपके साथ हूं। मैंने साफ कहा कि आपके खिलाफ लड़ने की मैं सोच भी नहीं सकता हूं। इसलिए मैंने अब तय किया है कि मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा। वहीं, पार्टी के असंतुष्ट गुट के नेता शशि थरूर चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी में हैं। आज ही शशि थरूर नामांकन भी कर दिया है।
दूसरी ओर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मैं तीन बातों पर समझौता नहीं करता। पहला गरीब, दलित और आदिवासी के हित। इसके अलावा सांप्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष। तीसरा विषय यह है कि मैं गांधी-नेहरू परिवार के प्रति वफादार हूं।
बीजेपी अपनी आंख खोलो और देखो
दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उन्होंने बताया कि वह और पी एल पुनिया उनकी उम्मीदवारी के प्रस्तावक होंगे।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी अपनी आंख खोलो और देखो की कांग्रेस में चुनाव होता है आपके यहां नहीं होता…दिग्विजय सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने निर्णय लिया है कि वे खड़गे जी के प्रस्तावक बनेंगे। उनको मैं प्रणाम करता हूं। गांधी परिवार ने इस चुनाव में कुछ दखल नहीं दिया।
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बताते चलें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी। इसके बाद सिंह ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए नामांकन पत्र के 10 ‘सेट’ लिए थे। कांग्रेस के ‘एक व्यक्ति, एक पद’ नियम के तहत गहलोत से चुनाव लड़ने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को कहा गया था।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के यहां स्थित मुख्यालय के प्रांगण में एक तंबू लगाया गया है, जहां पार्टी के नेता पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर तीन बजे के बीच अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं।कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मतदान 17 अक्टूबर को होगा और इसके परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।