आरयू वेब टीम। देश के अलग-अलग हिस्से में रह-रहकर आ रहे भूकंप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई। भूकंप 8:58 बजे मुनस्यारी और तेजम तहसील क्षेत्र के तल्ला जोहार में महसूस किया गया। जिससे डर के कारण लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान पर चले गए।
नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी के मुताबिक, पिथौरागढ़ से 23 किमी दस किमी की गहरायी में रविवार करीब नौ बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। इससे पहले नौ नवंबर 2022 को भी पिथौरागढ़ में 4.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
वहीं उत्तराखंड के जोशीमठ में बढ़ रही दरारों, बारिश और बर्फबारी के बीच 12 जनवरी को भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.9 मापी गई है। जबकि पांच जनवरी को भी दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके लगे थे। दिल्ली के साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी भूकंप महसूस किया गया था। उस समय भूकंप की तीव्रता 5.9 आंकी गई थी, जिसकी भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदू कुश इलाका था।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.2 रही तीव्रता
बता दें कि पूरे देश को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) ने पांच भूकंप जोन में बांटा है। वहीं देश का 59 प्रतिशत हिस्सा भूकंप रिस्क जोन में है। भारत में पांचवें जोन को सबसे ज्यादा खतरनाक और सक्रिय माना जाता है। सबसे खतरनाक जोन में जम्मू और कश्मीर का हिस्सा (कश्मीर घाटी), हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी हिस्सा, गुजरात में कच्छ का रण, उत्तरी बिहार का हिस्सा, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह आता है।