आरयू वेब टीम। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पश्चिम बंगाल, बिहार और दो अन्य राज्यों के पूर्व राज्यपाल रहे पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी का रविवार आठ जनवरी को निधन हो गया। वह बीते कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे। 88 साल की उम्र में केशरी नाथ ने आज भोर में करीब पांच बजे प्रयागराज स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
मिली जानकारी के अनुसार पंडित केशरी नाथ के हाथ में फ्रैक्चर के साथ-साथ बुढ़ापे से संबंधित बीमारियां और सांस लेने की समस्याएं थी। उन्हें आज सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन अचानक उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई और उनका निधन हो गया।
इससे पहले पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी बीती आठ दिसंबर को बाथरूम में फिसल गए थे, जिसकी वजह से उनके कंधे और हाथ में फ्रैक्चर आ गया था। वहीं 30 दिसंबर, 2022 को उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई और उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां अस्पताल में पांच दिनों तक उनका इलाज चला और फिर उन्हें छुट्टी भी मिल गई थी, लेकिन सात जनवरी को एक बार फिर तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
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पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी का जन्म 10 नवंबर 1934 को हुआ था। उनकी गिनती बीजेपी के सीनियर नेताओं में होती थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ ही साथ वह कई सालों तक यूपी विधानसभा अध्यक्ष के पद पर भी काबिज रहे। वह तीन बार यूपी विधानसभा अध्यक्ष रहे। इसके अलावा वह भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी 2014 से 2019 तक पश्चिम बंगाल के गवर्नर रहे इस बीच उन्हें बिहार, मेघालय और मिजोरम राज्यों का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था।