आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अंतिम चरण का चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद भाजपा ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमो मायावती पर आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से दोनों नेताओं की शनिवार को लिखित शिकायत की है। बीजेपी ने कहा कि दोनों पर ऐसी कार्रवाई हो जिससे कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा नहीं हों।
चुनाव आयोग से मायावती व अखिलेश की शिकायत करने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता जेपीएस राठौर ने मीडिया को बताया कि आखिरी चरण के मतदान का प्रचार-प्रसार 17 मई’ को शाम छह बजे ही समाप्त हो गया था, लेकिन शुक्रवार को रात करीब साढ़े आठ बजे अखिलेश की ओर से ट्विट करके मतदाताओं को प्रभावित करने का काम किया गया। जो चुनाव आयोग के नियमों और आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। इसके अलावा आज सुबह बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा भी दो ट्विट किये गये और दोनों ही ट्विट मतदान को प्रभावित करने वाले हैं तथा चुनाव प्रचार की श्रेणी में आते हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती भी…
विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए जेपीएस राठौर ने कहा कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी ना कभी बाबा साहब अंबेडकर को मानती थीं और ना ही उनके बनाए हुए संविधान को ही मानते थे, लेकिन विडंबना यह है कि बसपा सुप्रीमो मायावती भी बाबा साहब के बनाए हुए संविधान की अवहेलना करते हुए संवैधानिक संस्थाओं की अवहेलना कर रही है, लोकसभा चुनाव के दौरान यदि देखा जाए तो मायावती ने हर बार चुनाव आयोग की मंशा के विरुद्ध ही आचरण किया है।
यह भी पढ़ें- मोदी यूपी में बोल रहें प्रधानमंत्री इमरान खान का पाकिस्तान में छूट रहा पसीना: योगी
उन्होंने आगे कहा कि इसको देखते हुए बीजेपी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि अखिलेश यादव व मायावती पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की कठोरतम कार्यवाही अमल में लाई जाए तथा दोनों राजनीतिक दलों पर भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए तभी सभी राजनीतिक दलों को संदेश जाएगा और ऐसे प्रकरणों की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
नीचें देखें अखिलेश और मायावती के कौन-कौन से ट्विट पर भाजपा को करनी पड़ी शिकायत-
मिर्ज़ापुर और चंदौली में महागठबंधन की महारैली.
‘महापरिवर्तन’ के लिए महामतदान करें! pic.twitter.com/mJlCw42K50
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 17, 2019
पीएम श्री मोदी का गुजरात माडल यूपी के पूर्वांचल की भी अति-गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन को दूर करने में थोड़ा भी सफल नहीं हो सका, जो घोर वादाखिलाफी है। मोदी-योगी की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास के बजाए केवल जाति व साम्प्रदायिक उन्माद, घृणा व हिंसा ही देश को दिया है, जो अति-दुःखद।
— Mayawati (@Mayawati) May 18, 2019