आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाल ही में राज्यसभा से पास हुए कृषि विधेयकों को लेकर विपक्ष के हमले झेल रही भाजपा ने गुरुवार को पलटवार किया है। साथ ही भाजपा ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा है कि कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल किसानों को गुमराह कर रहें हैं।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज मोदी सरकार के कृषि विधेयकों को ऐताहासिक कदम व विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। स्वतंत्र देव सिंह ने इस मामले में खासकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस ने शुरू से ही देश के किसानों को कानून के नाम पर जकडे़ रखा। कांग्रेस ने आज तक किसानों के हित में कोई फैसला लिया नहीं और अब कृषि सुधार पर फैसले लिए जा रहे है तो किसानों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है।
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स्वतंत्र देव ने पत्रकारों से आगे कहा है कि विपक्षी पार्टियों द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि सरकार चाहती है कि किसान अपनी भूमि को पूंजीपतियों को बेच दे, जबकि तथ्य यह है कि किसानों को इन विधेयकों में पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की गई है, किसानों की भूमि की बिक्री या गिरवी रखना पूरी तरह निषिद्ध है।
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साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने 55 साल में एक बार किसानों का कर्ज माफ करने की योजना बनाई और उसमे भी बड़ा घोटाला किया। कांग्रेस के पास कृषि व्यवस्था में कोई भी सुधार करने की न तो नीयत थी न ही कोई इच्छाशक्ति। जबकि मोदी सरकार का यह विधेयक 70 सालों से हमारे अन्नदाताओं के होने वाले शोषण को समाप्त कर एक नई व सुगम व्यवस्था को स्थापित करेंगे। पूर्व में किसानों को अपनी फसलों का भुगतान लेने में अनेकों कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। वहीं हाल ही में पारित हुए विधेयक के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया है कि प्रत्येक व्यापारी को उसी दिन या अधिकतम तीन कार्य दिवसों के भीतर ही किसान की फसल का भुगतान करना पड़ेगा।