सात बार विधायक रहे भाजपा नेता श्याम देव राय चौधरी का निधन

श्याम देव राय चौधरी
श्याम देव राय चौधरी। (फाइल फोटो)

आरयू ब्यूरो, वाराणसी। वाराणसी की शहर दक्षिण विधानसभा सीट से लगातार सात बार विधायक रह चुके भारतीय जनता पार्टी के नेता श्याम देव राय चौधरी (85) का मंगलवार को इलाज के दौरान निधन हो गया। भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि दादा के नाम से मशहूर श्याम देव राय चौधरी कुछ दिनों से उम्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे। श्याम देव के निधन की खबर से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई।

भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने मीडिया को बताया कि श्याम देव राय चौधरी को ‘ब्रेन हेमरेज’ की वजह से इलाज के लिए महमूरगंज स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मंगलवार को उनका निधन हो गया। श्याम देव के निधन से हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती। साथ ही कहा कि चौधरी जनता में अपनी सहजता और सरलता की वजह से लोकप्रिय थे और उनके निधन से काशी ने एक लोकप्रिय नेता को खो दिया।

बात करें जीवन की तो मूल रूप से पूर्वी बंगाल (वर्तमान बंगलादेश) में जन्म लिए श्यामदेव राय चौधरी अपने पिता के साथ बनारस आये। 85 वर्षीय श्यामदेव राय चौधरी उस जमाने मे संघ से जुड़े, जब संघ पूर्वांचल में अपनी जड़ें जमाने की कोशिश कर रहा था। दादा पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे पुराने संघ कार्यकर्ताओ में से एक रहे।

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श्याम देव राय चौधरी की छवि बेहद ही सादगी भरी मानी जाती रही। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने इस पुराने और सबसे वफादार कैंडिडेट का टिकट काट दिया और नीलकंठ तिवारी को टिकट दिया गया। इस पर श्याम देवराय चौधरी बेहद नाराज भी हुए थे और जनता को भी झटका लगा था कि आखिर सात बार से लगातार विधायक चुने जा रहे दादा का टिकट काटकर किसी नए नेता को टिकट कैसे दिया जा सकता है।

पीएम मोदी के मनाने पर नीलकंठ के लिए किया था प्रचार

वहीं श्याम देव ने उस वक्त अपने हाथ प्रचार से खींच लिए थे, हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मनाए जाने के बाद, वह मान गए थे, और बाद में उन्‍होंने खुद ही प्रचार कर नीलकंठ तिवारी को पहली बार विधायक बनवा दिया था। हालांकि दादा के करीबी लोगों का मानना था कि भाजपा और उसके वरिष्‍ठ नेताओं ने श्‍याम देव चौधरी के साथ धोखा किया जनता उन्‍हें आठवीं बार विधायक बनाना चाहती थीं, लेकिन बीजेपी के मठाधीश नेताओं के चलते ऐसा नहीं सका।

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