आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अपनी मांगों को लेकर आंदोलन शुरू करने वाले किसानों को बर्बरतापूर्वक रोकने को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सपा मुखिया ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में किसानों को सिर्फ छलने और धोखा देने का ही काम किया है। उनके साथ किए वादों को पूरा करने की तो भाजपा सरकार की इच्छा ही नहीं है। अब जोर-जबरदस्ती से उनकी आवाज भी कुचलने की कोशिश कर रही है।
अखिलेश ने हमला बोलते हुए कहा कि 13 फरवरी को केंद्र की अंधी-बहरी सरकार के कानों तक अपनी मांगे पहुंचाने के लिए किसान दिल्ली जाना चाहते हैं, मगर भाजपा सरकार उनको सुनना नहीं चाहती है। सरकार का आचरण लोकतंत्र विरोधी है। किसान अपनी परेशानियों की चर्चा न कर सकें इसके लिए दिल्ली की सीमा पर अवरोध खड़े किए जा रहे हैं। बार्डर सील कर सीमेंट के बैरिकेड लगा दिए गए हैं। किसानों के रास्ते में कीलें ठोक दी गई हैं।
नागरिक कहीं भी जा सकता है, सरकार कौन होती है रोकने वाली
सपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि इसके अलावा हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। किसानों को अपनी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जाने से रोकना पूरी तरह अलोकतांत्रिक और संविधान विरोधी है। स्वतंत्र भारत में कहीं भी कोई भी नागरिक जा सकता है। भाजपा सरकार जनता के इस मूल अधिकार को रोकने वाली कौन है? देश का किसान भाजपा सरकार में शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी नहीं कर सकता है, देश में क्या तानाशाही है?
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भाजपा पर हमला जारी रखते हुए सपा सुप्रीम ने कहा कि भाजपा ने किसानों से अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि वह किसानों के कर्ज माफ करेगी। किसानों की आय दोगुनी करेगी, एमएसपी पर फसल खरीदेगी। भाजपा सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात करते हुए किसानों की फसल की न तो एमएसपी पर खरीद की और नहीं उनकी आय दोगुनी करने की दिशा में कोई कदम उठाए। भाजपा सरकार ने किसानों की खाद महंगी कर दी। केवल महंगी ही नहीं की खाद की एक बोरी जो पहले 50 किलो की थी, उस बोरी से पांच-पांच किलो खाद कम करके अब 40 किलो की बोरी कर दी है।