आरयू ब्यूरो, लखनऊ। किसानों की समस्याओं को लेकर शनिवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। सपा अध्यक्ष ने कहा किसानों को आय दुगनी करने और फसलों की लागत से डेढ़ गुना मूल्य दिलाने के वादे तो रोज-रोज दुहराए जाते हैं, लेकिन हकीकत में अभी तक भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री का कोई वादा पूरा नहीं हुआ है।
आज अपने एक बयान में सपा अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि सपने दिखाने और जुमलों में भटकाने की कला कोई भाजपा नेतृत्व से सीखे। अभी मोदी सरकार का जो बजट पेश हुआ है, उसमें भी किसानों के लिए कोई ठोस योजना नहीं प्रस्तुत हुई। किसानों की आय दुगनी करने के भाजपा सरकार के वादे पर अखिलेश ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह कोई नहीं बताता कि साल 2022 तक किसान की दशा में कैसे सुधार आएगा कैसे उसकी आय दुगनी होगी?
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बीजेपी सरकार पर हमला जारी रखते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी कर्ज में डूबा किसान आत्महत्या कर रहा है। खाद, पानी, बिजली, कृषि उपकरण सभी तो मंहगे है, जबकि किसान को अपनी फसलों का घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल रहा। उत्तर प्रदेश में गन्ना किसान अभी तक बकाया भुगतान के लिए भटक रहा है। वास्तव में भाजपा की नीति और नीयत में ही खोट है। बड़ी-बड़ी बातें किसानों के फायदे की और किया यह कि भारतीय खाद्य निगम के फण्ड में 76 हजार करोड़ की कटौती कर दी। इस कटौती का सीधा असर सरकारी खरीद पर पड़ेगा। किसान आज भी बिचैलियों की दया पर आश्रित है और कल भी उसकी वही हालत रहेगी। कृषि और भूमि संबंधी कानूनों में सुधार पर भाजपा सरकार ने मुंह फेर लिया है।