कालिका मंदिर का उद्घाटन कर बोले PM मोदी, भारत का आध्यात्मिक व सांस्कृतिक गौरव हो रहा फिर से स्थापित

कालिका मंदिर
जनता को संबोधित करते नरेंद्र मोदी।

आरयू वेब टीम। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर गुजरात पहुंचे। जहां शनिवार को पीएम मोदी ने पावागढ़ के कालीमाता मंदिर पहुंच कर पंचमहल जिले के पावागढ़ पहाड़ी पर पुनर्विकसित कालिका माता मंदिर का दौरा किया और मंदिर का उद्घाटन किया। साथ ही मंदिर में जनता को संबोंधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, “सपना जब संकल्प बन जाता है और संकल्प जब सिद्धि के रूप में नजर के सामने होता है। इसकी आप कल्पना कर सकते हैं। आज का ये पल मेरे अंतर्मन को विशेष आनंद से भर देता है।”

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “आज भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव फिर से स्थापित हो रहे हैं। आज नया भारत अपनी आधुनिक आकांक्षाओं के साथ-साथ अपनी प्राचीन धरोहर और प्राचीन पहचान को उसी उमंग और उत्साह के साथ जी रहा है। हर भारतीय उसपर गर्व कर रहा है।”

मोदी ने आगे कहा कि, “कल्पना कर सकते हैं कि, पांच शताब्दी के बाद और आजादी के 75 साल के बाद तक मां काली के शिखर पर ध्वजा नहीं फहरी थी, आज मां काली के शिखर पर ध्वजा फहरी है। ये पल हमें प्रेरणा और ऊर्जा देता है और हमारी महान संस्कृति एवं परंपरा के प्रति हमें समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है।” आज सदियों बाद पावागढ़ मंदिर में एक बार फिर से मंदिर के शिखर पर ध्वज फहरा रहा है। यह शिखर ध्वज केवल हमारी आस्था और आध्यात्म का ही प्रतीक नहीं है। यह शिखर ध्वज इस बात का भी प्रतीक है कि, सदियां बदलती हैं, युग बदलते हैं, लेकिन आस्था का शिखर शाश्वत रहता है।”

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उन्होंने आगे कहा कि, “पहले पावागढ़ की यात्रा कठिन थी, लोग कहते थे कि, कम से कम जीवन में एक बार माता के दर्शन हो जाएं। आज यहां बढ़ रही सुविधाओं ने मुश्किल दर्शन को सुलभ कर दिया। अब बच्चे, जवान, बुजुर्ग, दिव्यांग आसानी से मां के चरणों में आकर भक्ति और प्रसाद का लाभ ले सकते हैं।”

पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या का जिक्र करते हुए कहा कि, “अयोध्या में आपने देखा कि भव्य राम मंदिर आकार ले रहा है, काशी में विश्वनाथ धाम हो या मेरे केदार बाबा का धाम हो आज भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव पुनर्स्थापित हो रहे हैं। आज नया भारत अपनी आधुनिक आकांक्षाओं के साथ साथ अपनी प्राचीन पहचान को भी जी रहा है, उन पर गर्व कर रहा है।”

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