मन की बात में बोले प्रधानमंत्री मोदी, भारत में बनी चीजों की है दुनिया में डिमांड

मन की बात
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। देश विराट कदम तब उठाता है जब सपनों से बड़े संकल्प होते हैं। जब संकल्पों के लिए दिन-रात ईमानदारी से प्रयास होता है, तो वो संकल्प, सिद्ध भी होते हैं, और आप देखिये, किसी व्यक्ति के जीवन में भी तो ऐसा ही होता है।

उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित कर कही। साथ ही पीएम ने कहा कि भारत ने एक्सपोर्ट में बड़ी उपलब्धि हासिल की। भारत में बनी चीजों की दुनिया में डिमांड। देश के कोने-कोने से नए-नए प्रोडक्ट विदेश जा रहे हैं। असम के हैलाकांडी के लेदर प्रोडक्ट हों या उस्मानाबाद के हेंडलूम प्रोडक्ट, बीजापुर की फल-सब्जियां हों या चंदौली का ब्लैक राइस, सबका एक्सपोर्ट बढ़ रहा है। 30 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट एतिहासिक है।

मोदी ने आगे कहा कि भारत की एक्सपोर्ट चैन पहले से बेहतर हुई। दुनिया में मेड इन इंडिया सामान मिलेंगे। हिमाचल, उत्तराखंड में पैदा हुए मिलेट्स मोटे अनाज की पहली खेप डेनमार्क को निर्यात की गई। आंध्र प्रदेश के कृष्णा और चित्तूर जिले के बंगनपल्ली और सुवर्णरेखा आम, दक्षिण कोरिया को निर्यात किए गए।

साथ ही कहा ये लिस्ट बहुत लम्बी है और जितनी लम्बी ये लिस्ट है, उतनी ही बड़ी मेक इन इंडिया की ताकत है, उतना ही विराट भारत का सामर्थ्य है, और सामर्थ्य का आधार है। हमारे किसान, हमारे इंजीनियर, हमारे लघु उद्यमी, हमारा एमएसएमई सेक्टर, ढ़ेर सारे अलग-अलग प्रफेशन के लोग, ये सब इसकी सच्ची ताकत हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय में भारत से एक्सपोर्ट का आंकड़ा कभी सौ बिलियन, कभी डेढ़-सौ बिलियन, कभी 200 सौ बिलियन तक हुआ करता था, अब आज, भारत 400 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि अब छोटे से छोटा दुकानदार भी जेम पोर्टल पर सरकार को अपना सामान बेच सकता है। यही तो नया भारत है। ये न केवल बड़े सपने देखता है, बल्कि उस लक्ष्य तक पहुंचने का साहस भी दिखाता है। इसी साहस के दम पर हम सभी भारतीय मिलकर आत्मनिर्भर भारत का सपना भी जरुर पूरा करेंगे।

पिछले एक साल में जेम पोर्टल के जरिए, सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की चीजें खरीदी हैं। देश के कोने-कोने से करीब-करीब सवा-लाख लघु उद्यमियों, छोटे दुकानदारों ने अपना सामान सरकार को सीधे बेचा है।

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