आरयू वेब टीम। आजादी की जंग में खादी का जो गौरव था, वही गौरव आज युवा पीढ़ी खादी को दे रही है। छोटी बातों से बड़े परिवर्तन आते हैं। महात्मा गांधी के जीवन को देखेंगे तो महसूस करेंगे कि छोटी बातों को लेकर उनके जीवन में कितनी अहमियत थी और छोटी-छोटी बातों से उन्होंने बड़े संकल्पों को कैसे साकार किया। साफ-सफाई के आंदोलन ने आजादी के आंदोलन को ऊर्जा दी थी। गांधी ने ही स्वच्छता को जनआंदोलन बनाने का काम किया था।
उक्त बातें आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित कर कही। साथ ही कहा कि आज आजादी के 75वें साल में हम संतों से कह सकते हैं कि आजादी की जंग में जो गौरव खादी का था, वही गौरव आज की युवा पीढ़ी खादी को दे रही है। दिल्ली के खादी शो रूम में एक करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हुआ, ऐसे कई दिन हुए। पीएम मोदी ने कहा कि दो अक्तूबर को गांधी जी के जन्मदिन पर एक बार फिर से एक नया रिकॉर्ड बनाएं।
पीएम ने कहा कि कभी भी छोटी बात को और छोटी चीज को छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए। अगर महात्मा गांधी जी के जीवन की तरफ हम देखेंगे तो हम हर पल महसूस करेंगे कि छोटी-छोटी बातों की उनके जीवन में कितनी बड़ी अहमियत थी और छोटी-छोटी बातों को ले करके बड़े बड़े संकल्पों को कैसे उन्होंने साकार किया था। हमारे आज के नौजवान को ये जरूर जानना चाहिए कि साफ-सफाई के अभियान ने कैसे आजादी के आंदोलन को एक निरंतर ऊर्जा दी थी।
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वहीं प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ‘नदी हमारे लिए भौतिक वस्तु नहीं, बल्कि जीवंत इकाई है। तभी तो हम नदियों को मां कहते हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में उन स्वतंत्रता सेनानियों को भी देश के सामने लाना है, जिनकी 75 सालों में कोई चर्चा नहीं हुई। साथ ही कहा कि मेरे उपहारों की नीलामी से मिलने वाला पैसा नमामि गंगे मिशन को दिया जाएगा।
चल रही विशेष ई-नीलामी
मोदी ने कहा कि आज तक एक विशेष ई-नीलामी चल रही है। मुझे मिले उपहारों की नीलामी हो रही है। इससे आने वाला पैसा नमामि गंगे को ही दिया जाएगा। देशभर में नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए, पानी की स्वच्छता के लिए सरकार और समाजसेवी संगठन निरंतर कुछ न कुछ करते रहते हैं। कुछ लोग ऐसे कामों के लिए अपने आपको समर्पित कर चुके हैं। यही आस्था और प्रयास हमारी नदियों को बचाए हुए है।
जब नदी पानी से भर जाती है तो मन को मिलता है सुकून
तमिलनाडु के वेल्लोर में एक नदी नागा बहती है। बरसों पहले सूख गई थी। इस वजह से वहां का जलस्तर नीचे चला गया था। वहां की महिलाओं ने नदी को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया। जनभागीदारी से नहरें खोदीं, चकडैम और रीचार्ज कुएं बनाए। आज वो नदी पानी से भर गई है। जब नदी पानी से भर जाती है तो मन को जो सुकून मिलता है उसका मैंने अनुभव किया है। कोरोना ने हर देशवासी को बहुत कुछ सिखाया है
…कम हुआ भ्रष्टाचार
मोदी ने कहा कि जनधन खातों को लेकर जो अभियान शुरू किया उसकी वजह से गरीबों के हक का पैसा उनके खातों में जा रहा है। भ्रष्टाचार में कमी आई है। इसमें टेक्नोलॉजी मदद कर सकती है। आज गांव देहात में भी यूपीआई से लेनदेन की दिशा में सामान्य आदमी जुड़ रहा है। पिछले अगस्त में यूपीआई से 355 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज औसतन छह करोड़ रुपये का डिजिटल ट्रांजेक्शन हो रहा है।