झूठ बोलने पर बोरिस जॉनसन ने संसद की सदस्यता से दिया इस्तीफा तो कांग्रेस ने कहा ‘कुछ प्रधानमंत्री हैं जो सच नहीं बोलते…’

जयराम रमेश
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जॉनसन पर कोविड-19 की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन का उल्लंघन कर ‘दस डाउनिंग स्ट्रीट’ (प्रधानमंत्री आवास) में पार्टियां आयोजित करने के मुद्दे पर संसद को भ्रमित करने का आरोप है। इसी बीच कांग्रेस ने शनिवार को जॉनसन का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर तंज कसा। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने तुलना करते हुए और बिना नाम लिए कहा, ”कल्पना कीजिए कि अगर हम वास्तव में एक कार्यात्मक संसदीय लोकतंत्र होते जैसे कि हम तथाकथित अच्छे दिन आने से पहले हुआ करते थे।”

जयराम रमेश ने आगे कहा कि ब्रिटेन में संसदीय समिति ने जांच की और पाया कि तत्कालीन पीएम बोरिस जॉनसन ने संसद में झूठ बोला। उन्होंने अब सांसद के रूप में इस्तीफा दे दिया है और राजनीति छोड़ दी है, कुछ और भी प्रधानमंत्री हैं जो संसद और देश के सामने सच नहीं बोलते। सोचिए कि अगर उन्हें उनके झूठ, मनगढ़ंत बातों और राष्ट्रीय मुद्दों पर चुप्पी के लिए जवाबदेह ठहराया जाए जैसे कि पहले होता था। दरअसल पीएम मोदी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नारा दिया था कि अच्छे दिन आने वाले हैं।

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बता दें कि कोराना के दौरान लगे लॉकडाउन का उल्लंघन कर ‘दस डाउनिंग स्ट्रीट में पार्टियां आयोजित करने वाले मामले में जॉनसन संसदीय समिति की जांच का सामना कर रहे हैं। समिति इस बात का पता लगा रही है कि जॉनसन ने कोविड-19 के दौरान दस डाउनिंग स्ट्रीट में लॉकडाउन से जुड़े नियम तोड़कर जिन पार्टियों का आयोजन किया, क्या उन्हें लेकर उन्होंने निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स को गुमराह किया।

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