आरयू वेब टीम।
तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर एतिहासिक बदलाव हुआ। करीब छह महीने पहले अलग हुए अन्नाद्रमुक के दोनों परस्पर विरोधी धड़े आज एक हो गए। तमिलनाडु के सीएम पलानीस्वामी और पार्टी के ही दूसरे बड़े नेताओं पनीरसेल्वम के बीच समझौत हो गया।
इस समझौते से सबसे बड़ा झटका एक समय मुख्यमंत्री की कुर्सी के सबसे करीब पहुंच चुकी शशिकला को लगा है। शशिकला को पार्टी से ही निकाले जाने का फैसला लिया गया है। वहीं पनीरसेल्वम को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। जबकि पलानीस्वामी सीएम बने रहेंगे।
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पनीरसेल्वम को राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल विद्यासागर राव ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। पनीरसेल्वम वित्त मंत्रालय संभालेंगे। जबकि पनीरसेल्वम के बेहद करीब व सहायक के. पांडीयराजन को तमिल राजभाषा और तमिल संस्कृति का मंत्री बनाया गया है।
एक बेहद खास कार्यक्रम में के. पलानीस्वामी और ओ. पनीरसेल्वम ने दोनों धड़ों के औपचारिक विलय को महत्वपूर्ण बनाते हुए गर्मजोशी के साथ चेन्नई स्थित पार्टी मुख्यालय में हाथ मिलाया। के. पलानीस्वामी ने विलय में मदद के लिए पनीरसेल्वम की सराहना करते हुए कहा कि पनीरसेल्वम अन्नाद्रमुक के समन्वयक होंगे जबकि वह खुद संयुक्त समन्वयक की जिम्मेदारी निभाएंगे।
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वहीं पनीरसेल्वम ने कहा कि मेरे दिल से बोझ उतर गया। कोई हमें अलग नहीं कर सकता, हम अम्मा (दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता) के बच्चे हैं, हम भाई हैं। उन्होंने कहा कि विलय न सिर्फ तमिलनाडु के लोगों की बल्कि डेढ़ करोड़ अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं की भी इच्छा थी।
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