आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सपा-बसपा गठबंधन को अभी ठीक से दो दिन भी नहीं हुए थे कि सोमवार की सुबह सोशल मीडिया पर बसपा के 38 प्रत्याशियों की फर्जी लिस्ट वॉयरल कर दी गयी।
इस लिस्ट में यूपी की पूर्व सीएम मायावती के साथ ही बसपा के कई दिग्गजों का नाम शामिल है। सूची को मायावती के निर्देश पर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा द्वारा जारी करने की बात दर्शायी गयी है, इतना ही नहीं इस लिस्ट पर बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष के दो जगाहों फर्जी हस्ताक्षर तक किए गए हैं। लिस्ट जारी करने की तारीख 13 जनवरी लिखी गयी है। वहीं लिस्ट सामने आने के बाद जहां बसपा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, तो दूसरी ओर बसपा से लोकसभा टिकट की आस लगाए उम्मीदवारों में भारी उथल-पुथल मच गयी।
यह भी पढ़ें- खनन घोटाला: अखिलेश के समर्थन में खुलकर उतरीं मायावती, कहा घबराने की जरूरत नहीं, ये BJP का पुराना हथकंडा
इसको लेकर दिन भर बीएसपी के वरिष्ठ नेताओं के मोबाइल फोन घनघनाने के बाद सोमवार की शाम बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा ने लिस्ट को पूरी तरह से फर्जी बताते हुए मीडिया से कहा है कि उनके या फिर बसपा के शीर्ष नेतृत्व (मायावती) द्वारा अभी लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की कोई भी लिस्ट नहीं जारी की गयी है। बल्कि बसपा और सपा के गठबंधन से बौखलाए और हताश विरोधियों द्वारा भ्रम फैलाने के लिए कूट रचित तरीके से इसे सोशल मीडिया पर वॉयरल किया गया है।
आरएसएस कुशवाहा ने आपत्ति जताते हुए कहा कि फर्जी सूची वॉयरल करने के लिए उनके फर्जी दस्ताखत किए गए हैं, ये पूरी तरह से आपराधिक काम है, इसके लिए वो फर्जी हस्ताक्षर व लिस्ट को वॉयरल करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेंगे।
यह भी पढ़ें- मायावती का बड़ा खुलासा BSP के नाम से चल रहे सभी Facebook-Twitter एकाउंट व वेबसाइटें फर्जी
वहीं सोमवार की रात आरएस कुशवाहा की तहरीर पर गौतमपल्ली पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ भदवि की धारा 419, 468, 469, 470 व 471 के अलावा आइटी एक्ट की धारा 74 के तहत पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
बताते चलें कि बीते शनिवार को ही सपा और बसपा का लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन में बसपा व सपा ने यूपी की 38-38 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया था, जबकि बाकी बची चार में से दो सीटें कांग्रेस व दो अन्य दल के लिए छोड़ दी गयी थी।