बुजुर्ग दंपत्ति
रमाशंकर तिवारी व सविता। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। उम्र के आखिरी पड़ाव पर नशेड़ी बेटे की आदतों और आर्थिक तंगी से परेशान होकर बुजुर्ग दंपत्ति ने शुक्रवार को जहर पीकर जान दे दी। जानकीपुरम सेक्‍टर एच में हुई इस दर्दनाक घटना के बाद घर में पति-पत्‍नी की लाश मिलने की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची गुडंबा पुलिस और एफएसएल की टीम ने छानबीन की। पुलिस ने मौके से जहर के पैकेट के अलावा उस कटोरी को भी बरामद कर लिया है, जिसमें दंपत्ति ने जहर घोलकर पिया था। कलयुग में सोचने के लिए मजबूर कर देने वाली इस घटना के बारे में जिसने भी सुना गमजदा हो गया।

इंस्‍पेक्‍टर गुडंबा तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि मूल रूप से इटौंजा के धर्मपुर निवासी रमाशंकर तिवारी (65) पत्‍नी सविता तिवारी (60) व छोटे बेटे अक्षय ऊर्फ किशन के साथ जानकीपुरम स्थित अमित श्रीवास्‍तव के मकान के प्रथम तल पर किराए पर रहते थे, जबकि बड़ा बेटा अजय गुड़गांव की कंपनी में सेल्‍समैन की नौकरी करने के साथ ही पत्‍नी व अपने बच्‍चों के साथ रहता है।

वहीं एक अन्‍य किराएदार सीमा अपने परिवार के साथ अमित श्रीवास्‍तव के मकान के भूतल में रहती हैं। आज सुबह सीमा छत पर कपड़ा फैलाकर लौंटी तो देखा कि बरामदे में सविता का शव पड़ा है, जबकि कमरे में रमाशंकर तिवारी की भी लाश थी। ये देख घबड़ाई सीमा ने इसकी जानकारी मोहल्‍ले के अन्‍य लोगों व रमाशंकर के भाई को दी।

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सूचना पाकर ठाकुरगंज के नानक नगर निवासी रमाशंकर तिवारी के छोटे भाई गोविंद वहां पहुंचें। इस बीच घटना जानकारी मिलने पर गुडंबा पुलिस और एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची और छानबीन के बाद दोनों शवों को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजा दिया।

छह हजार की नौकरी करते थे रमाशंकर…

इंस्‍पेक्‍टर ने बताया कि घर का खर्च चल सके इसके 65 साल की उम्र में भी रमाशंकर अमीनाबाद स्थित एक जनरल स्‍टोर पर छह हजार रुपए की नौकरी करते थे। जिसमें से पांच हजार रुपए किराए के तौर पर चले जाते थे, जबकि बेटा अजय कुछ पैसे भेजता रहता था, जिससे किसी तरह से वृद्ध दंपत्ति का गुजारा चल रहा था।

वहीं पड़ोसियों का कहना था पति-पत्‍नी अपने छोटे बेटे से हमेशा परेशान रहते थे। गलत संगत में पड़ने ओर नशे की लत की वजह किशन पूरी तरह से बूढ़े मां-बाप पर निर्भर था। इसके अलावा वो आए दिन घर से पैसे व सामान चोरी कर बेच देता था, पैसे के लिए ही वो अकसर मां-बाप से झगड़ा भी किया करता था। आर्थिक तंगी के बीच बेटे की इन्‍हीं सब आदतों से बुजुर्ग दंपत्ति टूट चुके थे।

जान देने से पहले पड़ोसी के मोबाइल से मां ने की थी बेटे से बात

मकान के निचले हिस्‍से में रहने वाली सीमा ने मीडिया को बताया कि गरीबी के चलते वृद्ध दंपत्ति के पास मोबाइल नहीं होने के चलते कल रात करीब ढाई बजे सविता ने उन्‍हें आवाज देकर बुलाया था। जिसके बाद उन्‍होंने मोबाइल पर बेटे से बात कराने की बात कही। सीमा ने नंबर मिलाकर सविता की गुड़गांव में रह रहे बेटे अजय से बात कराई थी। इस दौरान उन्‍होंने अपनी तबियत ठीक नहीं होने की बात बेटे को बताई तो उसने किसी अस्‍पताल की इमरजेंसी में भर्ती करवाने की बात कही थी, जिस पर मां ने सुबह अस्‍पताल जाने की बात कहते हुए कुछ पैसे भी खाते में डालने के लिए उससे बोला था।

रोड एक्सिडेंट की वजह से छोटा बेटा रात में नहीं आया था घर

वहीं मां-बाप की मौत के बाद शुक्रवार की दोपहर घर पहुंचे अक्षय ने मीडिया के सामने दावा किया कि कल उसका बाइक से एक्सिडेंट हो गया था, जिसके चलते वो रात में घर नहीं आ सका था। वहीं उसने मकान मालिक पर किराए के लिए मां-बाप को परेशान करने का भी आरोप लगाया। पुलिस अक्षय के बयान के आधार पर भी मामले की जांच कर रही है।

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आइपीएस अफसर/सीओ गाजीपुर अमित कुमार ने बताया कि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्रथम दृष्‍टया मामला आर्थिक तंगी और बेटे से परेशान होकर दंपत्ति के जान देने का लग रहा है। पुलिस और एफएसएल की टीम मामले की जांच कर रही है।