आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार द्वारा एसएसपी को हटाने के बाद भी बुलंदशहर हिंसा को लेकर उसपर हो रहे हमले रूकने का नाम नहीं ले रहें हैं। शनिवार शाम कांग्रेस ने भाजपा की प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोला है। कांग्रेस ने सीएम पर आरोप लगाया है कि वो अपने साथ ही हिंसा के दोषियों को बचाने के लिए बार-बार अपना बयान बदल रहें हैं, जो बहुत निंदनीय है।
कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता रफत फातिमा ने आज अपने एक बयान में मीडिया से कहा कि बुलंदशहर हिंसा में बहादुर इंस्पेक्टर समेत युवक की जान जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद माना था कि हिंसा के पीछे एक गहरी साजिश है, लेकिन अब वो इसे मात्र एक हादसा बता रहे हैं। सीएम द्वारा कही गयी ये दोनों बातें आपस में एक-दूसरे से अलग है।
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प्रदेश प्रवक्ता ने हमला जारी रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के बार-बार बयान बदलने से साफ पता चल रहा है कि वो भीड़तंत्र की इस अराजकता का न सिर्फ समर्थन कर रहे हैं, बल्कि दोषियों को बचाने का भी प्रयास कर रहे हैं। सीएम इस तरह से खुद को भी अपनी जिम्मेदारियों से बचा रहे हैं।
अब तक क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी
वहीं कांग्रेस की नेता ने सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद और भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों का नाम मुकदमें हैं, लेकिन इसके बाद भी अब तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी है, इसका जवाब भी सीएम को देना चाहिए।
रोकी जा सकती थी हिंसा, लेकिन अफसर करते रहें इंतजार
हिंसा को सुनियोजित साजिश बताते हुए रफत फातिमा मीडिया से बोलीं कि बुलंदशहर की हिंसा यूपी के सामाजिक सद्भाव व भाईचारे पर हमला है। सुबह से शुरू हुई इस घटना को रोका जा सकता था, लेकिन उसके बढ़ने का इंतजार जिम्मेदार अफसर करते रहें। बवाल के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की मांग करते रहें, लेकिन डीएम व एसएसपी ने जानबूझकर समय पर स्थानीय पुलिस की सहायता नहीं की, जिसके चलते इंस्पेक्टर के साथ ही एक युवक की भी निर्मम हत्या कर दी गयी।