आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर इलाके में मंगलवार को रोंगटें खड़े कर देने वाली एक घटना हो गयी। यहां एक महिला ने अपनी मात्र चार महीने की दूधमुही बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी। बच्ची को ममता की छांव की जगह मौत की नींद सुलाने वाली महिला ने दिल दहला देने वाली इस घटना को अंजाम देने के बाद पति से कहा कि मैंने आज तुमको मुक्त कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची इंदिरानगर पुलिस ने मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही महिला को गिरफ्तार कर लिया। महिला का मानसिक संतुलन ठीक नहीं बताया जा रहा है।
इंदिरानगर इंस्पेक्टर अमित कुमार दूबे ने बताया कि मूल रूप से गोरखपुर के बडहलगंज थाना क्षेत्र के महुलिया गांव निवासी बृजनंदन तिवारी इंदिरानगर के फरीदीनगर स्थित रविंद्र अपार्टमेंट में मां सोनमति त्रिपाठी, पत्नी शुभ्रा तिवारी व चार माह की बेटी अद्विका के साथ रहते थे। बृजनंदन ने पुलिस को बताया कि सोमवार की रात वो अपनी मां के साथ एक कमरे में सो रहे थे, जबकि बगल के कमरे में पत्नी बेटी को लेकर सोई हुई थी। सुबह कमरे का दरवाजा खोलवाने पर शुभ्रा ने कहा आज मैंने तुमको मुक्त कर दिया है और बच्ची अद्विका को मार दिया है। जिसके बाद पति ने कमरे में दूधमुही का शव देखा तो घर में रोना-पीटना मच गया। शुभ्रा ने बच्ची की नाक और मुंह दबाकर हत्या की थी।
बच्ची चीख न सके इसलिए ठूंस दिया मुंह में कपड़ा
वहीं पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया कि बच्ची चीख न सके इसलिए शुभ्रा ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। रात करीब तीन बजे दूधमुही की हत्या करने के बाद शुभ्रा सुबह करीब छह बजे तक उसके पास बैठकर रोती भी रही।
दो बार मिसकैरेज के बाद बिगड़ गया था मानसिक संतुलन
इंस्पेक्टर गाजीपुर अमित कुमार दूबे ने बताया कि बच्ची के जन्म से पहले शुभ्रा का लगातार दो बार मिसकैरेज हो गया था, जिसके बाद से उसकी मानसिक स्थिति कुछ ठीक नहीं रहती थी। मुंशीपुलिया के किसी होम्योपैथिक डॉक्टर से परिजन उसका इलाज भी करवा रहे थे। साथ ही परिवार में दिक्कत आने के बाद गुजरात में इंजीनियरिंग करने वाले पति बृजनंदन तिवारी भी लखनऊ में ही रह रहे थे।
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सीओ गाजीपुर/आइपीएस अफसर अमित कुमार ने बताया कि महिला से पूछताछ की गयी थी। जिसमें उसने बच्ची को मारने की वजह बताते हुए कहा कि मैं अच्छी मां नहीं साबित हो सकती, इसलिए मैंने अपनी बच्ची को मार दिया है।
जिससे की थी लव मैरिज, बेटी की हत्या के जुर्म में उसी को भिजवाना पड़ा जेल
साल 2009 में शुभ्रा से लव मैरिज कर घर बसाने वाले बृजनंदन तिवारी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिसके साथ वो भविष्य के हसीन सपने सजाने जा रहें हैं, एक दिन उसे ही जेल भिजवाना पड़ेगा वो भी अपनी ही बेटी की हत्या के जुर्म में। इंदिरानगर कोतवाली में पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखवाने और मॉच्युरी में अपनी दूधमुही बच्ची के शव के पोस्टमॉर्टम के दौरान बृजनंदन तिवारी समय के चक्र के आगे पूरी तरह से बेबस नजर आए।