आरयू ब्यूरो, लखनऊ। वाराणसी में ट्रांसपोर्ट नगर और आवासीय योजना के नाम पर किसानों की उपजाऊ जमीन को कब्जा करने का योगी पर आरोप लगा विधायक पल्लवी पटेल ने शनिवार को विधानसभा गेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने हटाया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों और महिलाओं पर लाठीचार्ज और फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं। वहीं पल्लवी पटेल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर योगी सरकार ने बिना किसी शर्त के 48 घंटे में किसानों को नहीं छोड़ा तो पूरे पूर्वांचल में आंदोलन करेंगे।
उत्तर प्रदेश की सिराथू सीट से सपा विधायक पल्लवी पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसानों की सहमति के बिना औने-पौने दामों पर जबरदस्ती जमीन लेकर कोई लोक कल्याणकारी कार्य न करके बल्कि गुजराती कंपनियों को व्यापारिक लाभ कराने की साजिश की जा रही है। किसानों को मारा-पीटा गया तथा अस्पतालों में इलाज तक नहीं कराने दिया गया। मानवता को शर्मसार करते हुए बच्चों तक को नहीं छोड़ा गया।
पल्लवी पटेल ने कहा कि जिला कारागार वाराणसी में एक महिला सहित 11 किसानों की बिना शर्त रिहाई व किसानों की उपजाऊ जमीन की लूट पर रोक लगानी चाहिए। इसके लिए आर-पार की लड़ाई होगी। प्रशासन गुजराती कंपनियों के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की संलिप्तता घोर आपत्तिजनक है।
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इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वाराणसी का प्रशासन इस पूरे कब्जे के प्रयास लाठीचार्ज व फर्जी मुकदमे लगाने के लिए जिम्मेदार है। इसलिए मेरी मांग है कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच हो। साथ ही दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन के दौरान अपना दल (कमेरावादी) के नेता और बनारस के किसान भी मौजूद रहे।