आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अब बहुजन समाज पार्टी ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को माल एवेन्यू स्थित पार्टी मुख्यालय पर प्रदेश यूनिट के पदाधिकारियों के साथ ही वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने के साथ ही तेजी से जनाधार बढ़ाने के अलावा दूसरे जरूरी निर्देश भी दिए। मायावती ने इस दौरान मोदी और योगी सरकार पर भी हमला बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मायावती ने बैठक में अपनी पार्टी के लोगों से यूपी की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक व कानून-व्यवस्था पर फीडबैक हासिल करने के साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज मचा है, जिससे यहां की जनता काफी असुरक्षित महसूस कर रही है। केंद्र सरकार के आंकड़े भी बताते है कि उत्तर प्रदेश में अपराधों की बाढ़ है तथा सांप्रदायिक दंगे भी यहां सबसे अधिक हुए हैं।
वहीं योगी सरकार में महंगाई, बेरोजगारी व गरीबी भी ध्वस्त कानून-व्यवस्था की जैसी है। सरकार युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है जिस कारण उन पर पलायन करने का तनाव है। केंद्र के साथ ही यूपी में बीजेपी की सत्ता होने के बाद विकास व रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होने का दावा करने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुंह छिपाये फिर रहे हैं। जबकि जनता में इनके प्रति जबरदस्त रोष है। इसका असर भाजपा निकाय चुनाव के झटकों के रूप में देख चुकी है।
यह भी पढ़ें- लच्छेदार बातों के साथ ही गरीब विरोधी व धन्ना सेठों के समर्थन वाला है बजट: मायावती
लोकसभा चुनवा में ज्यादा समय नहीं होने की बात करते हुए मायावती ने बसपाईयों से कहा कि मोदी सरकार के चार और योगी सरकार की करीब एक साल की सरकार में जनता सबकुछ समझ चुकी है। नरेंद्र मोदी की बार-बार की भावुकता वाले भाषण और योगी आदित्यनाथ की भगवाकरण की राजनीति से जनता का पेट नहीं भर पा रहा है और ना ही उन्हें गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई से राहत मिल रही। इसलिए जनता अब इनके फरेब में नहीं आने वाली है। यही वजह है कि जनता ने अपने लोकतांत्रिक हथियार ‘वोटबंदी’ को बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
यह भी पढ़ें- मायावती का कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला, कहा सूबे में मचा है जंगलराज
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने बयान में आगे कहा कि इतना सब होने के बाद भी योगी सरकार जातिवादी, सांप्रदायिक व नकारात्मक राजनीत से कर रही है। वहीं अब ये लोग अपने आपको कानून से ऊपर मानकर अपने ऊपर से घृणित व गंभीर अपराधिक मुकदमों को वापस लेने की होड़ में लगे हैं। मायावती ने सवाल उठाते हुए कहा कि ये योगी के राज में कानून से खुला खिलवाड़ नहीं तो और क्या है।
वहीं प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि मोदी सरकार का रवैया न्यायपालिका को नीचा दिखाने के साथ ही देश को मायूस करने वाला है। सरकार द्वारा न्यायपालिका में भी बार-बार के जबर्दस्ती हस्तक्षेप से देश में चिंता की एक नई लहर देखी जा सकती है।