आरयू ब्यूरो, लखनऊ/रामपुर। रामपुर लोकसभा उपचुनाव के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। यहां से भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी ने सपा के आसिम राजा को 42 हजार से अधिक वोटों के बड़े अंतर से हराया है। आसिम राजा के चुनाव हारने के बाद सपा के वरिष्ठ नेता और रामपुर के विधायक आजम खान ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि “पहली बार हुआ है कि यहां औरतें पिटी हैं और बहुत बड़ी तादाद में पिटी हैं।
आजम खान ने कहा कि इस जिले की तहजीब को पुलिस के बूटों तले मसला गया है, बुरी तरह मसला गया है। धोखा दिया है यहां के अधिकारियों ने।” अगर मुसलमानों से इतनी ही घृणा है तो उन्हें वोट के अधिकार से वंचित कर दिया जाए। रामपुर में पुलिस ने लोगों को वोट ही नहीं डालने दिया है, जो लोग वोट करने आए थे उन्हें पुलिस ने पीटा है। अगर मुझे पता होता कि मतदान के दौरान इतनी नाइंसाफी होगी तो हम चुनाव ही नहीं लड़ते।
सपा नेता ने आगे कहा कि इन्हें हमसे घृणा हो गई है। हमारे पास बंटवारे के समय पर मौका था कि हम पाकिस्तान चले जाएं, लेकिन हम नहीं गए। हम नहीं गए ताकि अपने बच्चों को फौज में भेज सकें। मैं तो सिर्फ इतना बोलना चाहता हूं कि देश में अगर ऐसे ही चुनाव होने हैं तो मुसलमानों से वोट देने का अधिकार छीन लेना चाहिए।
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रामपुर विधायक ने कहा, “यही चाहते थे कि हम नंबर दो के शहरी हो जाएं, हमने मान लिया है। हम तो अपने आंसू भी नहीं निकलने देते हैं। चश्मा लगा कर पोंछ लेते हैं। अपना दर्द भी बयान नहीं करते हैं कि कहीं दीवारें सुन लें और शिकायत न कर दी जाए। इस कदर टूट गए हैं हम अपने अंदर। मगर टूटा हुआ शरीर अभी भी लोकतंत्र की हिफाजत के लिए खड़ा हुआ है।”
आजम ने कहा, “आप सब का बहुत शुक्रिया। आसिम राजा कल भी हमारे थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे।” “इस सीट पर शर्मिंदा होना चाहिए। खुश नहीं होना चाहिए आपको। हम अपनी हार पर खुश हैं, आपको अपनी जीत की खुशी नहीं है। हमें मालूम है आपकी जीत कैसे हुई है।” इसे न चुनाव कह सकते हैं न चुनावी नतीजे आना कह सकते हैं। 900 वोट के पोलिंग स्टेशन में सिर्फ छह वोट डाले गए और 500 के पोलिंग स्टेशन में सिर्फ एक वोट डाला गया… जिस तरह से वोट डाले गए, हम अपने प्रत्याशी की जीत मानते हैं
बता दें कि 23 जून को हुई वोटिंग में रामपुर के 1706590 वोटरों में से मात्र 699792 वोटरों ने ही अपने वोट का इस्तेमाल किया है। इस दौरान पुलिस प्रशासन पर भी वोटिंग नहीं करने देने का लोगों ने आरोप लगाया था।