आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तेजी से घटते संक्रमण के बीच संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर स्वास्थय विशेषज्ञ टीम पैनी निगाहें बनाए हुए है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में स्वास्थय विशेषज्ञों की इस कमेटी को माध्यमिक व उच्चशिक्षण संस्थानों को खोलने के लिए गाइडलाइन तय किए जाने के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते एसजीपीजीआइ की विशेष टीम स्कूल कितनी समयावधि के लिए खोले जाए और कोरोना का किस तरह पालन किया जाए, इसके लिए दिशा-निर्देश तैयार कर रही है।
बता दें कि माध्यमिक स्कूलों डिग्री कालेज व विश्वविद्यालयों में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है और 16 अगस्त से उनकी कक्षा शुरू होगी। ऐसे में संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों की ये विशेष टीम गाइडलाइन तैयार कर रही है। जिससे संक्रमण का प्रसार न हो पाए।
बीते 24 घंटों में दो लाख 54 हजार 442 कोविड सैम्पल की जांच की गई, जिसमें 58 नए मरीजों की पुष्टि हुई। अब तक छह करोड़ 74 लाख 76 हजार 221 कोविड सैंपल की जांच की जा चुकी है, जो देश में की गई अब तक की सर्वाधिक टेस्टिंग है। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी वहीं पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी रही। उत्तर प्रदेश ने कोरोना संक्रमण पर तेजी से लगाम लगाई है, जिसका परिणाम है कि आज प्रदेश की स्थिति दूसरे प्रदेशों से काफी बेहतर है। बीते 24 घंटों में टेस्टिंग में प्रदेश में सक्रिय केसों की संख्या अब 600 से घटकर 593 पहुंच गई है जो प्रदेशवासियों के लिए सुखद खबर है।
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लगातार कम होते संक्रमण के मामलों के बीच टेस्टिंग की प्रक्रिया को कम नहीं होने दिया गया। प्रदेश में लगातार टेस्ट किए जा रहें, वहीं दूसरे प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, केरल, वेस्ट बंगाल समेत दूसरे अन्य राज्यों में बढ़ते मामलों के बीच टेस्टिंग के साथ टीकाकरण धीमी गति के साथ किया जा रहा है। 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा वैक्सिनेशन और टेस्ट किया गया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब तक पांच करोड़ 36 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। जिसमें चार करोड़ 52 लाख से अधिक लोगों ने कम से कम कोविड की एक खुराक ले ली है। यह किसी एक राज्य द्वारा किया गया सर्वाधिक वैक्सीनेशन है।