आरयू ब्यूरो,लखनऊ/गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गाजियाबाद में ‘प्रभावी मतदाता संवाद’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व की समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। साथ ही अखिलेश यादव के बिजली मुफ्त वाले बयान पर एक बार फिर तंज कसते हुए कहा कि 2017 से पहले बिजली आती ही नहीं थी, जो आज कह रहें कि 300 यूनिट बिजली मुफ्त में देंगे। तो इनसे पूछना चाहिए कि पहले बिजली आती नहीं थी और जब बिजली ही नहीं आएगी तो आप बिजली फ्री में देने की बात कैसे कर रहे हैं?
योगी आदित्यनाथ ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि फर्क साफ है, वे सत्ता में आते हैं तो आतंकवादियों के मुकदमें वापस लिए जाते हैं। वे सत्ता को शोषण का माध्यम बनाते थे। हम सत्ता को सेवा का माध्यम बनाते हैं। उन्होंने कहा कि हिस्ट्रीशीटर थाने का संचालन न कर सकें, तुष्टीकरण की राजनीति के लिए कोई स्थान न हो, माफियाओं को सत्ता का संरक्षण न प्राप्त हो, बहन-बेटियों के साथ कोई गुंडा खिलवाड़ न कर सके, विकास की नई रफ्तार के साथ आगे बढ़ सके, इसके लिए भाजपा आवश्यक है।
योगी ने कहा कि हमने यूपी को विकास का मॉडल दिया। एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर में बनने जा रहा है। गरीबों को मिलने वाला अन्न पहले माफियाओं के जरिए बांग्लादेश पहुंचा दिया जाता था। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कैराना में पलायन के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को ही इन्होंने टिकट दे दिया गया।
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वही विपक्ष को निशाने पर लेते हुए योगी ने आगे कहा कि कोरोना कालखंड में कांग्रेस, सपा और बसपा मैदान से गायब थी। सिर्फ केंद्र और प्रदेश सरकार या भाजपा के कार्यकर्ता एक-एक लोग का जीवन बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे, जो संकट के समय आपका साथी नहीं तो उस व्यक्ति को आप चुनाव के समय अपना साथी कैसे चुन सकते हैं।