आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोंडा जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। साथ ही वहां जनता को दी जा रही सुविधाओं व राहत-बचाव कार्य को भी परखा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि और बढ़ते जलस्तर से उत्पन्न होने वाली बाढ़ की कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए सरकार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के समन्वय संग पूरी तरह तैयार है।
सीएम योगी ने गोण्डा जिले के कर्नलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्र में बह रही सरयू व घाघरा नदियों पर बने एल्गिन- चडसड़ी, आदमपुर-रेवली, भिखारीपुर-सकरौर और परसपुर-घौरहरा समेत चारों तटबंधों की स्थिति का भी निरीक्षण कर अधिकारियों संग संभावित बाढ़ से बचाव व राहत की तैयारियों की गहन समीक्षा की और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी मिले।
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वहीं योगी ने परसौली गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देवीपाटन मंडल के बाढ़ प्रभावित गोण्डा जिले में बरसात की स्थिति औसतन कम है, लेकिन उत्तराखंड और नेपाल में कुछ स्थलों पर हो रही भारी बरसात से सरयू और घाघरा नदियों का जलस्तर बढ़ रहा। घाघरा व सरयू में क्षमतानुसार 40 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होने के बजाय हो रहीं बढ़ोत्तरी से ढाई लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज होने की प्रबल संभावनाएं है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन द्वारा समय से जनहानि और धन हानि से बचाव के उपाय कर लिए गए हैं।
सीएम ने कहा कि पिछले वर्ष घाघरा व सरयू नदियों में सात लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज होने के बावजूद बाढ़ की स्थिति से निपटा गया था और इस बार भी प्रशासनिक अधिकारियों कर्मियों ने जनप्रतिनिधियों संग बैठकें कर बाढ़ चौकियों के स्थापन के साथ राहत व बचाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।