आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाथरस गैंगरेप केस मामले में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआइटी का गठन कर दिया हैं। साथ ही मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिया हैं। वहीं घटना पर दुख जताते हुए योगी ने कहा कि हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे।
सीएम योगी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंस से ट्वीट कर कहा कि हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे। प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा। त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।
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वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये एक ट्वीट में बताया गया है कि सीएम द्वारा हाथरस की घटना की जांच के लिये तीन सदस्यीय एसआइटी गठित की गयी है, जिसमें अध्यक्ष सचिव गृह, भगवान स्वरूप होंगे जबकि पुलिस उप महानिरीक्षक चंद्रप्रकाश व सेनानायक,पीएसी आगरा, पूनम सदस्य होंगे। एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी।’
गौरतलब है कि देर रात मृतक युवती का शव उसके गांव बूलगढ़ी पहुंचा, जहां पुलिस प्रशासन द्वारा पहले से ही उसके अंतिम संस्कार की तैयारी करके रखी गई थी, लेकिन परिजन हिंदू धर्म की रीति के अनुसार इस समय अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं हुए। युवती की मां हाथ जोड़कर अधिकारियों से गुहार लगाती रही कि उसकी बेटी की सुबह के समय अंतिम संस्कार किया जाए, लेकिन अधिकारियों के सामने उसकी एक न चली और अधिकारियों द्वारा परिजनों को दरकिनार कर युवती के शव को जबरन श्मशान घाट ले जाया गया, जहां आनन-फानन में पुलिस कर्मियों द्वारा चिता सजाकर युवती के शव का दाह संस्कार कर दिया गया।