आरयू ब्यूरो,वाराणसी/लखनऊ। आप जानते हैं विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। वो परिवारवाद, वंशवाद से ऊपर नहीं उठ पाए। माफियागीरी, गुंडागर्दी, विकास के पैसों पर डकैती डालकर बाहर भेजते थे। आज वही पैसा पौराणिक स्थलों के सुंदरीकरण और जीर्णोद्धार के लिए खर्च हो रहा है।
उक्त बातें रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चंदौली में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व की सपा, बसपा सरकार पर निशाना साधते हुए कही। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, चाबी और चेक वितरित भी किए।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि सपा वालों से पूछा जाना चाहिए कि चार बार उन्हें सत्ता मिली थी, लेकिन उन्होंने रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थी। विकास उनके एजेंडे में क्यों नहीं था। जब भी उनकी सरकार में कोई भर्ती निकलती थी तो उसमें भ्रष्टाचार का घुन लग जाता था। माननीय न्यायालय को उन भर्तियों पर रोक लगानी पड़ती थी, क्योंकि उनकी भर्ती में सिर्फ पैसा चलता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने प्रदेश को चरागाह बना दिया था। माफियागीरी थी, किसी की भी जमीन हो, सरकार संपत्ति हो सब जगह कब्जा करते थे, लेकिन आज जब उन माफियाओं पर बुलडोजर चल रहा है तो लोग हल्ला मचा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए उनका परिवार ही पूरा प्रदेश था। जब प्रदेश की बात आती थी तो उनको हेय दृष्टि से देखते थे, लेकिन हमारे लिए प्रदेश की 25 करोड़ जनता ही हमारा परिवार है, अगर अखिलेश इसे समझते तो वो ऐसा न बोलते।
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हमला जारी रखते हुए योगी ने कहा कि 2017 में अगर भाजपा का विधायक चुना गया होता तो इस भूमि के सौंदर्यीकरण में इतना समय नहीं लगता। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। जब उन्हें सत्ता मिली तब उन्होंने जातिवाद और भाई-भतीजावाद के नाम पर पूरी जाति को बदनाम किया।
उन्होंने कहा कि विकास बहुत पहले हो जाना चाहिए था, बुआ-बबुआ की जोड़ी क्या कर रही थी? इन्होंने केवल अपना विकास किया। इनके लिए इनका परिवार ही पूरा प्रदेश था। हमारे लिए प्रदेश की जनता ही परिवार है। अगर अखिलेश यादव परिवार की परिभाषा समझते तो वो मुझ पर परिवार न होने का आक्षेप नहीं करते।