कांग्रेस की ब्रेकफास्ट मीट में राहुल ने विपक्षी पार्टी के नेताओं से कहा, जितना एकजुट होंगे उतना ही मुश्किल होगा BJP-RSS को हमें दबाना

कांग्रेस की ब्रेकफास्ट मीट
बैठक में बोलते राहुल गांधी।

आरयू वेब टीम। पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी दलों के हंगामे के कारण संसद में बने गतिरोध के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर मंगलवार को चर्चा की।

राहुल गांधी के न्योते पर अधिकतर प्रमुख विपक्षी दलों के नेता नाश्ते पर कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में मिले, हांलाकि आम आदमी पार्टी और बसपा के नेताओं ने इससे किनारा किया। विपक्षी नेताओं के साथ बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मेरे विचार से सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इस शक्ति को एक करते हैं। ये आवाज (जनता की) जितनी एकजुट होगी, यह आवाज उतनी ही शक्तिशाली होगी, भाजपा-आरएसएस के लिए इसे दबाना उतना ही मुश्किल होगा।

बैठक में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी, शिवसेना के नेता संजय राउत, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए। इस दौरान 17 पार्टियों के 150 नेता मौजूद थे जिनके साथ राहुल गांधी ने बैठक की।

ये पार्टियां हुई शामिल

कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, आरजेडी, एसपी, सीपीआईएम, सीपीआई, आईयूएमएल, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), केरल कांग्रेस (एम), झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, टीएमसी और लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) जैसी पार्टियां शामिल हुई हैं।

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कांग्रेस नेता ने विपक्षी नेताओं के साथ नाश्ते पर ऐसे समय बैठक की है जब पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है। वहीं बैठक के बाद विपक्ष साइकिल मार्च कर संसद तक पहुंचा। जहां सभी ने पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों की वृद्धि का पोस्टर लगा रखा था।

विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर ये साइकिल मार्च निकाला। विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर पहले चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा। गौरतलब है कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए शुक्रवार को लोकसभा में कहा था कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है।

 

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