आरयू वेब टीम। कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बचाव के लिए एक मूल मंत्र बताया है। जावेड़कर ने शनिवार को कहा है कि अन्य देशों की तुलना में हमारा देश बहुत बेहतर स्थिति में हैं, जब तक वैज्ञानिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं बना लेते, तब तक हमें इसे बचने के लिए दो गज की दूरी बना कर रखनी होगी।
मतलब संक्रमण से बचाव के लिए हमें सोशल डिस्टेंसिग के साथ टीका विकसित होने तक पालन करना होगा। देशों की तुलना में बहुत बेहतर है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी जैसी विपत्ति हमारे देश पर आएगी इसकी किसी को भनक ही नहीं थी इसके बावजूद दिसंबर में चीन के वुहान में इस संक्रमण के फैलने के एक माह बाद ही भारत में पहला व्यक्ति संक्रमित मिला था। तभी मोदी सरकार इस संक्रमण को लेकर सतर्क हो गई थी। उस समय हमारे पास कोरोना की टेस्टिंग की एक मात्र लैब थी, लेकिन अब इस महामारी के पैर फैलाते ही इतने कम समय में अनेक लैब बन चुकी हैं।
सभी बड़ी कंपनियों का भारत में स्वागत
हमारे पास मास्क बनाने की एक फैक्ट्री नहीं थी, लेकिन इतने दिनों में सैकड़ों की संख्या में देश में कंपनियां मास्क तैयार कर रही हैं। प्रकाश जावड़ेकर ने कहां कि भारत के लिए अब जबरदस्त अवसर है। हमें अवसरों का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रयास करने होंगे। सभी बड़ी कंपनियों का भारत में स्वागत है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों में, दो मोबाइल कारखानों से, अब 150 कारखाने हैं। इस संकट में हम पीपीई, वेंटिलेटर आदि का निर्माण भी कर रहे हैं।
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इस दौरान जावेड़कर ने कोरोना को लेकर कहा कि बुरा दौर अब खत्म हो चुका है। दूसरे देशों की तुलना में भारत की स्थिति बहुत अच्छी है। वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास कोई एजेंडा या मुद्दा नहीं है। वे उन बिंदुओं को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं जिनपर पहले उन्होंने सहमति जताई थी।