आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस पर किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। सब कुछ हमारे नियंत्रण में है। किसी भी तरह के हालात का सामना करने के लिए सात मेडिकल कॉलेज और 820 बेड आइसोलेशन के लिए तैयार हैं।
गुरुवार को शास्त्री भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि राजधानी लखनऊ और भारत-नेपाल बॉर्डर समेत कई जिलों में पिछले पांच दिनों में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने करीब दस लाख लोगों की स्क्रीनिंग की है। राज्य में अब तक 12 देशों से आए हुए 697 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।
इस दौरान यूपी के 175 लोगों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए थे, इनमें अब तक 157 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। वहीं नेपाल से सटे 1765 गांवों में बैठक करके लोगों को बचाव के तरीके बताए गए हैं। कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है।
कम हो रहा कोरोना वायरस का इंफेक्शन रेट
वहीं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि कोरोना वायरस का इंफेक्शन रेट कम हो रहा है। हाथ बार-बार धुलें और छींक आने पर रुमाल का प्रयोग करें। सोशल स्पेसिंग का ध्यान रखें। इससे घबराने की नहीं, बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है- खांसते-छींकते समय रूमाल का उपयोग करें। विदेशों से आए लोग अपने आप का ज्यादा ध्यान रखें।
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अधिकारियों के मुताबिक यूपी के लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, आगरा, मेरठ और वाराणसी में स्कैनिंग सेंटर बनाए गए हैं। हर सेंटर में पांच सदस्यीय टीम दो शिफ्टों में काम कर रही है। भारत-नेपाल सीमा पर वहां के मेडिकल कॉलेज में स्क्रीनिंग सेंटर बनाए गए हैं, जहां बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है।
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आगरा के जूता कारोबारी परिवार के छह लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। यह परिवार इटली घूमकर लौटा था। परिवार के सात अन्य लोगों को डॉक्टरों की विशेष निगरानी में रखा गया है।