आरयू वेब टीम। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने शनिवार को इजराइली दूतावास के निकट उस जगह का दौरा किया, जहां आइईडी विस्फोट हुआ था। टीम ने विस्फोट की जांच कर संबंधी सबूत एकत्र किए। इस बीच जैश-उल-हिंद नाम के संगठन का नाम सामने आया है। ‘जैश उल हिंद’ ने दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास धमाके जिम्मेदारी ली है, हालांकि ये किस तरह का संगठन है, इसके तार किसके साथ जुड़े हुए हैं, क्या ये कोई स्लीपर सेल है, इसकी जानकारी जांच एजेंसियों के पास नहीं है।
वहीं जांच एजेंसियों की जांच में दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर धमाके का ईरानी कनेक्शन सामने आ रहा है। मौके से जांच एजेंसियों को एक लेटर मिला है, जिस पर लिखा है कि ये तो सिर्फ एक ट्रेलर था। इस लेटर में ईरान के दो ईरानियों की हत्या का भी जिक्र है। लेटर में लिखा है कि वो सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेंगे। लेटर में परमाणु वैज्ञानिक आर्देशिर की हत्या का भी जिक्र है।
हाल ही में तेहरान के करीब ईरान के बड़े परमाणु वैज्ञानिक की ड्रोन-गन से हत्या की गई थी। ईरान इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराता है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक बम घटनास्थल से जो पत्र मिला है उस पूरे एक पेज के मजमून का एक लाइन का अर्थ है कि ‘हम बदला लेंगे।’
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दिल्ली पुलिस ने पिछले एक सप्ताह के दौरान ईरान के कितने नागरिक भारत आए और वापस गए। यह ईरानी नागरिक भारत में कहां-कहां रुके थे और इन लोगों से किन-किन लोगों ने मुलाकात की थी। इस बाबत जानकारी जुटाने शुरू कर दी है। पिछली बार भी साल 2013 में अफसर ईरानी नाम का शख्स बम धमाके के फौरन बाद विदेश भाग गया था।
30 नवंबर 2020 को ईरान के परमाणु वैज्ञानिक की ड्रोन अटैक में हत्या हुई थी। उसके लिए ईरान के राष्ट्रपति ने सीधे तौर से इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था। इससे पहले 2012 में इजरायली राजनयिक की कार पर जो हमला हुआ था उसमें भी तार ईरान से जुड़े पाए गए थे। दिल्ली के ही एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया था जो ईरान की न्यूज एजेंसी के लिए काम करता था।
बता दें कि दिल्ली के लुटियंस इलाके में औरंगजेब रोड पर स्थित इजराइली दूतावास के निकट शुक्रवार शाम मामूली आइईडी विस्फोट हुआ था। जिसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने घटना को लेकर इजराइल के विदेश मंत्री गाबी अश्केनाज से फोन पर बात कर उन्हें इजराइल के राजयनिकों और उसके मिशनों की पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया था।