आरयू वेब टीम।
देश की राजधानी दिल्ली में एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। पुरानी दिल्ली के बल्लीमारान इलाके में स्थित एक प्राइवेट स्कूल ने 59 मासूमों को मात्र इसलिए घंटो बेसमेंट में बंधक बनाकर रखा कि उनके घरवाले समय से फीस नहीं जमा कर सके थे। भीषण गर्मी के बीच स्कूल की इस हरकत का पता चलते ही हंगामा मचा है। बेसमेंट में कैद होने वाले अधिकतर मासूमों की उम्र चार से छह साल तक है।
मंगलवार को राबिया गर्ल्स पब्लिक स्कूल में हुए इस शर्मनाक मामले पर आज अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा किया। वहीं दिल्ली सरकार ने भी मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। बुधवार को शिक्षा विभाग की टीम स्कूल पहुंची। आम आदमी पार्टी के विधायक इमरान हुसैन भी स्कूल पहुंचे और हालात का जाएजा लिया।
दूसरी ओर घटना का वीडियो और फोटो भी सोशल मीडिया पर वॉयरल हो रहें हैं। फोटो-वीडियो में मासूमों को देखकर हर कोई यही चर्चा कर रहा है कि आखिर कोई इन फूल जैसे बच्चों के साथ ऐसा बर्ताव कैसे कर सकता है।
मामले पर हंगामा मचने पर अब समझा जा रहा है कि स्कूल व स्कूल प्रबंधन पर कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है। हालांकि स्कूल के खिलाफ स्थानीय थाने हौज काजी में मुकदमा अब तक दर्ज कराया जा चुका है। पुलिस जूवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 75 के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
अभिभावकों का आरोप है कि बेसमेंट में बाहर की कुंडी बंद थी। सुबह सात बजे स्कूल भेजने के बाद दोपहर साढ़े 12 बजे छुट्टी के समय जब बच्चियों को लेने वे स्कूल पहुंचे तो वहीं के एक स्टॉफ ने बताया कि जिन बच्चियों की फीस नहीं जमा थी, उन्हें सुबह ही बेसमेंट में बिठाकर दरवाजा बंद कर दिया गया था।
बच्चियों का गर्मी में भूख-प्यास से बुरा हाल था। अपने मासूमों की हालत देखकर परिजन भी गुस्से में आ गये और स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया। इस दौरान परिजनों ने सबूत के तौर पर मासूमों का वीडियो बनाने के साथ ही अपने मोबाइल कैमरे से फोटो भी खीच ली।
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