आरयू वेब टीम। दिल्ली में नगर निगम (एमसीडी) इलेक्शन के बाद शुक्रवार यानी छह जनवरी 2023 को मेयर पद का चुनाव होना था। इसके साथ-साथ डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर्स भी चुने जाते। वहीं वोटिंग से पहले पार्षदों का शपथ ग्रहण होना है, लेकिन मेयर के लिए हो रहे चुनाव के बीच आम आदमी पार्टी और भाजपा पार्षदों के बीच हाथापाई और मारपीट के कारण सदन को स्थगित करना पड़ा है। अब आगामी सदन की तारीख को दिल्ली महापौर का चुनाव होगा, जिसकी तारीख उपराज्पाल विनय कुमार सक्सेना तय करेंगे
इससे पहले सदन में आप व भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। आप पार्षदों ने मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाने का विरोध किया। उनका कहना था कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। बैठक की शुरुआत भाजपा पार्षद सत्य शर्मा को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के महापौर और उप महापौर पद के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में शपथ दिलाने के साथ हुई। शर्मा के ‘एल्डरमैन’ मनोज कुमार को शपथ लेने के लिए आमंत्रित करने पर ‘आप’ के विधायक और पार्षद विरोध करने लगे। कई विधायक और पार्षद नारे लगाते हुए सदन में आसन के करीब पहुंच गए।
दरअसल, आम आदमी पार्टी की तरफ से पार्षद मुकेश गोयल ने आपत्ति जताई कि नियमों के तहत सबसे पहले निर्वाचित की शपथ करवानी चाहिए मनोनीत की नहीं। इसके बाद भाजपा पार्षदों ने ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जवाब में ‘आप’ के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए। ‘आप’ ने आरोप लगाया कि सक्सेना ने उन भाजपा नेताओं को ‘एल्डरमेन’ नियुक्त किया है, जिन्हें नागरिक मुद्दों में विशेषज्ञता हासिल नहीं है। इसी को लेकर सदन में भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बीच धक्का-मुक्की हुई।
इस चुनाव में 250 चुने हुए पार्षद वोट करेंगे, साथ ही दिल्ली के सात लोकसभा सांसद, तीन राज्यसभा सांसद और मनोनीत लोगों में 14 विधायक जो दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष की सहमति पर बनाए गए हैं, वो भी मतदान में हिस्सा लेंगे। कुल मिलाकर इस चुनाव में 274 लोग ही वोटर होंगे।
सबसे पहले नवनिर्वाचित पार्षदों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद बैलेट पेपर के जरिए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव की होगा। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सरकार की ओर से भेजे गए मुकेश गोयल के नाम की जगह भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को प्रोटेम स्पीकर बनाया है। इस नियुक्ति पर आम आदमी पार्टी और उपराज्यपाल के बीच फिर से तलवारें खिंच गई हैं।
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इधर कांग्रेस ने इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली की जनता ने भाजपा और आम आदमी को समर्थन दिया है, जिसका सम्मान करते हुए पार्टी मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के चुनाव से दूरी बनाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल की पार्टी को बहुमत दिया, तो केजरीवाल अपना मेयर बनाए और दिल्ली की जनता की सेवा करें।
बता दें कि आप ने चार दिसंबर को हुए एमसीडी चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के लंबे शासन को समाप्त कर दिया। आम आदमी पार्टी, जिसने 134 सीटों के साथ दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का चुनाव जीता है।