आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश में ट्रेन हादसों में बढ़ोतरी के बीच बुधवार को इटावा में हमसफर एक्सप्रेस में भीषण आग लग गयी। हादसे के समय ट्रेन नई दिल्ली से बिहार के दरभंगा जा रही थी। आग की भीषण लपटें निकलती देख कई यात्रियों ने चलती ट्रेन से ही कूद जान बचाई। हादसे में महिला-बच्चों समेत दर्जनों यात्रियों के झुलसने व घायल होने की बात सामने आ रही। साथ ही दर्जनों लोगों का सामान भी जलकर राख हो गया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानों ने करीब तीन घंटें की मशक्कत से आग बुझाई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही घटना की जांच कराने की अधिकारियों द्वारा बात कही जा रही है।
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एसएसपी इटावा संजय कुमार ने मीडिया को बताया ट्रेन की तीन बोगियों में आग लगी थी। मौजूदा रिपोर्ट के मुताबिक, आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। घायलों की सही संख्या अभी पता नहीं है। आग लगने का कारण शॉर्टसर्किट है, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
आठ झुलसे यात्री अस्पताल में भर्ती, छठ के चलते थी भीड़ ज्यादा
बताया जा रहा है कि छठ पूजा के चलते दिल्ली से आ रही ट्रेन में बिहार जाने के लिए काफी भीड़ थी। ट्रेन इटावा के सराय भोपत रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी तभी उसके एस वन कोच में आग लग गयी। जिसके बाद बोगी में भगदड़ मच गयी। ट्रेन रुकती दहशत के चलते उससे पहले ही लोग नीचे कूदने लगे, जिसमें करीब दो दर्जन लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है। जिसके बाद आग ने एस टू को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग से झुलसने के चलते आठ यात्रियों को अस्पताल में पुलिस ने भर्ती कराया है। इनमें दो बच्चे व दो महिलाएं भी शामिल हैं। लगभग सभी दरभंगा के रहने वाले है। डीएम इटावा के अनुसार भर्ती घायलों की हालत खतरे के बाहर है। हादसे के बाद यात्री काफी दहशत में दिखें।
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सामान-नकद जल गया, त्योहार पर घर जाना होगा खाली हाथ
वहीं दर्जनों यात्रियों को इस बात का भी गम था कि वह अपना सामान नहीं निकाल सगे और वह बोगी में ही जल गया। कुछ यात्रियों का यह भी कहना था कि बैग में कपड़ों अन्य सामान के अलावा कैश भी था जो वह त्योहार दिल्ली से लेकर घर जा रहे थे, लेकिन उनकी कमाई रास्ते में ही जल गयी। अब उन्हें घर खाली हाथ जाना होगा।