आरयू ब्यूरो, लखनऊ। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) ने मंगलवार को उत्तर रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर अरुण कुमार मित्तल के ठिकानों पर छापेमारी कर 1.38 करोड़ रुपए से अधिक की नकदी जब्त की है। मित्तल को एक हफ्ते पहले ठेकेदार से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। अफसरों ने बताया कि सीबीआइ ने गिरफ्तारी के बाद उनके परिसरों की तलाशी ली थी। इस दौरान ये नकदी मिली है।
इसके अलावा इंजीनियर और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में 1.13 करोड़ रुपए का पता चला है। सीबीआइ ने अरुण मित्तल को एक दिसंबर को लखनऊ में चारबाग परियोजना के काम में लगी फर्म के बिल पास करने के लिए ठेकेदार से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
यह भी पढ़ें- रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर को रिश्वत लेते सीबीआइ ने लखनऊ में दबोचा
एजेंसी ने जाल बिछाकर मित्तल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि छापेमारी में लगभग 11 लाख रुपये के सोने के आभूषण, रेलवे विक्रेताओं व ठेकेदारों सहित अन्य पार्टियों से संबंधित विभिन्न संपत्ति और सामग्री लेनदेन से संबंधित दस्तावेजों का भी पता चला है।
यह भी पढ़ें- रंगे हाथ घूस लेते पकड़े गए IRS अफसर को लखनऊ CBI की स्पेशल कोर्ट ने सुनाई छह साल की सजा, जुर्माना भी लगाया
अधिकारियों ने बताया कि कुल 1.38 करोड़ रुपये में से 38 लाख रुपये मित्तल की गिरफ्तारी के फौरन बाद ली गई तलाशी के दौरान जब्त किए गए थे। बाद में उनके परिसरों पर छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी बरामद हुई। उन्होंने कहा कि बैंक खातों में जमा ज्यादातर पैसों को नकदी के रूप में जमा किया गया है।