आरयू वेब टीम। भारत में अब 5वीं पीढ़ी का एयरक्राफ्ट बनाया जाएगा। साथ ही इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड पर चर्चा चल रही है। क्षमता बढ़ाने के लिहाज से राफेल और एलसीए के बाद हमने दो-तीन बड़े कदम उठाए हैं उसमें एएमसीए का सबसे बड़ा है। उक्त बातें शनिवार को हैदराबाद के डुंडीगल में वायुसेना अकादमी के कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड को वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने संबोधित कर कही। इस दौरान उन्होंने बताया कि भारत में अब 5वीं पीढ़ी का एयरक्राफ्ट बनाया जाएगा। जिसका निर्णय ले लिया गया है।
वायुसेना प्रमुख ने बताया कि इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड पर चर्चा चल रही है। क्षमता बढ़ाने के लिहाज से राफेल और एलसीए के बाद हमने दो-तीन बड़े कदम उठाए हैं, उसमें एएमसीए का सबसे बड़ा है। 5वीं पीढ़ी का एयरक्राफ्ट जो देश में बनेगा उसका निर्णय ले लिया गया है। इसे डीआरडीओ करेगा।
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कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड में वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वास्तव में यह दिन आप में से प्रत्येक द्वारा दिखाए गए धैर्य और दृढ़ संकल्प का एक महान वसीयतनामा है। आज के दिन से आपका कर्तव्य होगा कि आप मूल-मूल्यों को जिएं और निस्वार्थता और बलिदान के माध्यम से अपनी गौरवशाली परंपरा को बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि मेरा हमेशा से मानना रहा है कि आप जिस पीढ़ी से हैं वह तकनीकी रूप से अनुकूल है और डिजिटल स्पेस का उपयोग करने में अच्छी तरह से वाकिफ है। अब आपके लिए इसे साबित करने का समय है। आप जिस माहौल में कदम रखेंगे, वह न केवल चुनौती देगा बल्कि आपकी क्षमताओं को भी बढ़ाएगा
इसी बीच वायुसेना प्रमुख ने भारत-चीन मुद्दे का भी उल्लेख करते हुए कहा कि अगले दौर के लिए बातचीत चल रही है। कमांडर स्तर की वार्ता का प्रस्ताव है और निर्णय लिए जाएंगे। पहला प्रयास बातचीत जारी रखने और संतुलन घर्षण बिंदुओं को हटाने और इसे डी-एस्केलेशन के साथ पालन करने का है।
आरकेएस भदौरिया ने ये भी कहा कि एक साल पहले जब ये हुआ था हमने तैनाती की थी। उसके बाद एक साल में हमारी ताकत को कम करने का तो सवाल ही पैदा नहीं है। इस एक साल में हमने भी कदम उठाए हैं और काम किया है। हमारी क्षमता जो एक साल पहले थी आज उससे कहीं ज्यादा है।