आरयू संवाददाता,
लखनऊ। निगोहां इलाके के भगवान गंज गांव में रविवार को एक विवाहिता ने घर में ही फांसी लगाकर जान दे दी। आत्मघाती कदम उठाने से पहले विवाहिता ने घर में मौजूद अपने तीन बच्चों को डांट-फटकारकर भगा दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने मौत का जिम्मेदार अपने देवर व देवरानी को बताया है। पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दंपत्ती की तलाश कर रही है।
भगवान गंज निवासी वीरेंद्र शुक्ला ट्रक चलाकर पत्नी विट्टन समेत बेटी चाहत (13) वे बेटे अभय (11) और सक्षम (10) का पेट पालते है। घर के बगल में ही वीरेंद्र का चचेरा भाई शारदा पत्नी सावित्री के साथ रहता है। आज सुबह वीरेंद्र घर में नहीं थे, जबकि वीरेंद्र और सावित्री की किसी बात से प्रताडि़त विट्टन ने तीनों बच्चों को भी डांट-फटकारकर घर से भगा दिया। मां को नाराज होता देख तीनों बच्चे गांव में ही स्थित अपनी दादी के घर चले गए। घर अकेला देख विट्टन ने साड़ी के फंदे के सहारे पंखे से लटककर जान दे दी। दोपहर में बच्चें वापस लौटें तो कमरें का दरवाजा अंदर से बंद था, किसी तरह बच्चों ने कमरा खोला तो अंदर मां की लाश पंखें से लटकते देख रोने-पीटने लगे।
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बच्चों की चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस के साथ ही वीरेंद्र को दी। बच्चों का कहना था कि उनके पिता जब घर में नहीं होते थे पड़ोस में रहने वाले चाचा-चाची उसकी मां को परेशान करते थे। इससे तंग आकर कुछ दिन पहले मां ने जान देने के लिए नींद की गोलियां भी खा ली थी
वहीं मौके पर पहुंची पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें विट्टन ने अपनी मौत का जिम्मेदार देवर-देवरानी को बताया है। एसओ निगोहां चैम्पियन लाल ने बताया कि सुसाइड नोट ओर वीरेंद्र की तहरीर के आधार पर शारदा और सावित्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच की जा रही है।
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