आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राजधानी पुलिस की लाख चौकसी के बाद भी डकैतों व बदमाशों का कहर राजधानी में थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार की शाम सूबे के पुलिस मुखिया ओपी सिंह ने खुद मलिहाबाद कोतवाली पहुंचकर एसएसपी व एएसपी ग्रामीण के साथ बैठक कर डकैतों के खिलाफ सख्ती और मुस्तैदी से निपटने के निर्देश दिए। वहीं डीजीपी के जाने के कुछ घंटों बाद ही बदमाशों ने पुलिस को एक बार फिर चुनौती देते हुए मलिहाबाद के अमानीगंज गांव में धावा बोल दिया।
असलहे से लैस बदमाशों ने एक टेलर को असलहे के दम पर अगवा कर उसके घर में रखे नकदी समेत करीब एक लाख के गहने लूट लिए। इतनी सख्ती के बीच घटना की जानकारी होने पर पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस के अधिकारी घटना को संदिग्ध बता रहे थे। पुलिस के इस रवैये से ग्रामीणों ने रोष व्याप्त है।
मलिहाबाद के साथ चिनहट इंस्पेक्टर भी सस्पेंड
वहीं दूसरी ओर तय समय में डकैतियों का खुलासा करने में नाकाम थाना प्रभारियों पर आखिरकार आज एसएसपी दीपक कुमार की गाज गिर ही गयी। एसएसपी ने इंस्पेक्टर मलिहाबाद अरुण कुमार सिंह और थाना प्रभारी चिनहट रवीन्द्र नाथ राय को सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी के आदेश के अनुसार चिनहट की जिम्मेदारी जहां इंस्पेक्टर हुसैनगंज राज कुमार सिंह को सौंपी गयी है, वहीं मालिहाबाद का कोतवाल क्राइम ब्रांच में तैनात रीतेन्द्र प्रताप सिंह को बनाया गया है।
बताया जा रहा है कि अमानीगंज निवासी मोहम्मद असलम पेशे से टेलर हैं। गांव में उनका दो मकान है एक में वह परिवार के साथ रहते है, जबकि दूसरे में टेलरिंग का काम करते है। असलम के अनुसार रात करीब साढ़े बजे वह लघु शंका करने जा रहे थे। तभी असलहे से लैस बदमाश उन्हें अगवा कर पास के ही बाग में ले गए और उसे मारने-पीटने के साथ ही घर में रखे नकदी व गहनों की जानकारी हासिल की।
बक्से में रखे नकदी गहनों की जानकारी लगते ही दो बदमाश उनके घर में रखे साढ़े 17 हजार नकद व करीब एक लाख के गहने लेकर भाग निकले। असलम के अनुसार दो बदमाश जब घर में लूटपाट कर रहे थे, उसे समय दो अन्य बदमाश भी उन्हें असलहे के नोक पर रखे हुए थे।
घटना की जानकारी लगने पर आज पूर्वान्ह मौके पर जांच के लिए पहुंचे एएसपीआरए डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि असलम ने रात में घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी। इस बात को लेकर घटना के प्रति संदेह पैदा हो रहा है। हालांकि पुलिस असलम की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही मामले की जांच कर रही है।
बताते चलें कि मलिहाबाद के साथ ही काकोरी और चिनहट में लगातार डकैतियों के बाद भी खुलासा नहीं होने के चलते ग्रामीणों में पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति रोष के साथ ही डकैतों के प्रति दहशत भी है। इसी को देखते हुए कल शाम खुद डीजीपी ओपी सिंह ने मलिहाबाद कोतवाली पहुंचकर एसएसपी और एएसपीआरए के साथ बैठक भी की थी।