सेवानिवृत हुए UP के DGP ओपी सिंह, पारंपरिक तरीके से दी गई विदाई

डीजीपी ओपी सिंह
समारोह में ओपी सिंह को मोमेंटो देकर सम्मानित करते अधिकारी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह शुक्रवार को सेवानिवृत हो गए। उन्हें पारंपरिक तरीके से विदाई दी गई। लखनऊ पुलिस लाइन में उनके लिए विदाई परेड का आयोजन किया गया। इसके बाद पुलिस मुख्यालय से उन्हें 64 साल पुरानी किंग्सवे डॉज कार से विदा किया गया।

विदाई समारोह में उन्हें मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने प्रदेश व देश के नागरिकों को निस्वार्थ भाव से सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया। यूपी डीजीपी ओम प्रकाश सिंह 37 साल तक पुलिस सेवा में बिताने के बाद रिटायर हो रहे हैं। ओपी सिंह को रिजर्व पुलिस लाइंस लखनऊ में आयोजित रैतिक परेड में विदाई दी गई। ओपी सिंह के साथ ही डीजी अभिसूचना भावेश कुमार सिंह और डीजी विशेष जांच महेंद्र मोदी भी रिटायर हो गए हैं।

इस दौरान उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वर्दी में आज मेरा आखिरी दिन है। 37 वर्ष तक मुझे देश और राज्य की सेवा करने का अवसर मिला। इसके लिए मैं देश व राज्य के सभी नागरिकों को आभार जताता हूं जिन्होंने पूरी तरह निस्वार्थ भाव से मुझे सहयोग किया। वहीं, उन्होंने फर्रुखाबाद में बच्चों को एक सिरफिरे के चंगुल से सुरक्षित निकाले जाने पर यूपी पुलिस को बधाई दी और कहा कि मुझे आप सब पर गर्व है।

गौरतलब है कि ओपी सिंह ने पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद 31 दिसंबर 2017 को डीजीपी का पद संभाला था। ओपी सिंह 1983 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह डीजी सीआइएसएफ के पद पर भी रह चुके हैं। इतना ही नहीं नेपाल से लगी सीमा के लखीमपुर खीरी जिले में पुलिस प्रमुख के रूप में तैनात रहने के दौरान ओपी​ सिंह ने आतंकवाद से निपटने के लिए कई रणनीतिक कदम उठाए थे। उन्होंने 1992-93 में इस क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों का सफाया किया था।

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