आरयू ब्यूरो, लखनऊ। साल 2022 में होने वाले यूपी के विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसके लिए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा कार्यकर्ताओं द्वारा जन संवाद एवं सघन जनसंपर्क अभियान में तेजी लाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। सपा जल्द ही धरना-प्रदर्शन के अलावा साइकिल यात्राएं भी शुरू करेगी।
इस यात्रा के जरिए जहां सपा भाजपा सरकार की नीतियों को उत्पीड़नकारी बताते हुए तर्क देगी वहीं अपनी पिछली सरकार में कराए गए कामों का प्रचार करेगी। ये जानकारी देते हुए शुक्रवार को सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने मीडिया को बताया कि किसानों की बदहाली, नौजवानों में बेरोजगारी एवं बढ़ती मंहगाई की कुंठा से प्रदेश में चारों तरफ असंतोष और आक्रोश का वातावरण है। इन सबको देखते हुए सपा अध्यक्ष का निर्देश मिलते ही सभी जनपद मुख्यालयों में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक धरना दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें- अखिलेश का आरोप, मुख्यमंत्री की अलोकतांत्रिक भाषा की वजह से यूपी में बढ़ी अराजकता, दूषित हुआ सामाजिक वातावरण
साथ ही समाजवादी पार्टी अब हर महीने की 22 तारीख को तहसील स्तर पर जन समस्याओं को लेकर धरना देगी। इसके अतिरिक्त 23 मार्च 2020 को प्रत्येक जनपद में साइकिल चलाने का भी कार्यक्रम होगा।
सभी वर्गों को साथ लेकर बनेगी चुनावी रणनीति
वही आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सपा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर अपनी चुनावी रणनीति बनाएगी। नौजवानों की इसमें विशेष भूमिका होगी। अब धरना-प्रदर्शन और साइकिल यात्राओं से कार्यकर्ताओं में नया उत्साह एवं ऊर्जा आएगी और पार्टी का संगठन गतिशील होगा।