आरयू ब्यूरो, लखनऊ/मैनपुरी। मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है। इसके लिए समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे। सपा ने डिंपल यादव को विरासत बचाने के लिए भरोसा जताया है। उपचुनाव प्रचार के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद कमान संभाल ली है। अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार की शुरुआत अपने विधानसभा क्षेत्र करहल से की। अखिलेश यादव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ शुक्रवार को करहल के दिहुली पहुंचे। जहां चौधरी नत्थू सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक जनसभा को संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि, “यह पहला चुनाव है जब नेताजी हमारे बीच नहीं हैं। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव पर पूरे देश की नजर है।” अखिलेश ने कहा कि, यह चुनाव नेताजी को श्रद्धांजलि देने का चुनाव है। यह सपा की प्रतिष्ठा का चुनाव है। उन्होंने दावा किया कि इस उपचुनाव में सपा की भारी मतों से जीत होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अब उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव उनके साथ हैं।
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इस जनसभा में अखिलेश यादव का आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में पार्टी की हार का भी दर्द निकलकर आया। उन्होंने कहा, “जो लोग कहते हैं अभी आजमगढ़ हराया मैनपुरी भी हरा देंगे। उन लोगों को कहना चाहता हूं कि आजमगढ़ तो हम धोखे में हार गए।
वहीं आगे कहा कि यह मैनपुरी है, यहां की जनता कभी भी समाजवादी पार्टी को हारने नहीं देगी।” उन्होंने कहा कि यहां पर नेताजी का सीधा-सीधा संबंध रहा है। लोगों से जुड़े रहे हैं। नेताजी का मैनपुरी से वर्षों को रिश्ता है। मैनपुरी के लोगों ने नेताजी को नेताजी बनाया है। यह आप लोगों को चुनाव है।