आरयू ब्यूरो,लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे व हिंसा को लेकर लगातार विपक्षी दलों के हमले झेल रही योगी सरकार ने रविवार को तगड़ा पलटवार किया है। आज लोकभवन में आयोजित एक प्रेसवार्ता में डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रदर्शन के दौरान हो रही हिंसा के लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया है। डिप्टी सीएम के अनुसार विपक्षी दलों ने झूठे बयान देकर जनता को हिंसा के लिए उकसाया है।
मीडिया से बात करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा के पीछे बाहरी लोग भी शामिल हैं, जिनपर पुलिस कार्रवाई कर रही है। सीएए के नाम पर अराजकता करने वाले लोगों से सरकार सख्ती से निपटेगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि सीएए व एनआरसी की आड़ में भय और हिंसा का वातावरण बनाने के लिए विपक्ष जिम्मेदार है। उपमुख्यमंत्री ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश एनआरसी, जो अभी अस्तित्व में भी नहीं आया उसको लेकर भ्रम और भय का वातावरण तैयार कर रहे हैं। सपा नेता नेता प्रेसवार्ता कर कह रहे हैं कि एनआरसी के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ेगी।
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उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा अध्यक्ष से पूछना चाहता हूं कि एनआरसी का उनका विरोध क्या है। संभल व कानपुर में सपा के विधायक,सांसद उपद्रवियों के साथ खड़े हुए देखे गए। विपक्ष अपनी जिम्मेदारियों से बच रहा है, जबकि उसे उपद्रवियों की निंदा करनी चाहिए।
साथ ही उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। इसके लिए सरकार का स्पष्ट निर्देश है। साथ ही आंकड़ों की बात करते हुए दिनेश शर्मा ने कहा कि अब तक यूपी के 21 जिलों में घटना हुई। 15 लोगों की मृत्यु हुई है। 124 मुकदमें इन मामलों में दर्ज किए जा चुके हैा।
वहीं हिंसक घटनाओं के पीछे साजिश की बात कहते हुए दिनेश शर्मा ने कहा कि हिंसा के मामले में मालदा के छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा जिन जगाहों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुई हैं, वहां से प्रतिबंधित बोर के करीब पांच सौ खाली कारतूस बरामद किए गए। इससे जाहिर होता है कि प्रदर्शनकारियों ने अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बलवाइयों को हिंसा के दौरान हुए नुकसान की भरपाई उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार करनी होगी।