दिवाली पर घर में बंधनवार-तोरण लगाते समय रखें वास्तु का ध्यान, आएगी सुख-समृद्धि

बंधनवार तोरण

आरयू वेब टीम। दिवाली के अवसर घर की खूबसूरती बढ़ाने व रौनक लाने के लिए लोग दरवाजों पर बंधनवार यानी तोरण लगाते हैं। तोरण जहां एक तरफ घर की खूबसूरती तो बढ़ाने का काम करता है वहीं इसके वास्तु से जुड़े हुए कुछ कारण भी होते हैं। कुछ लोग घर की सुख-समृद्धि के लिए मुख्य द्वार पर तोरण यानी बंधनवार लगाते हैं और कुछ लोगों का मानना है कि इसे मुख्य द्वार या किसी भी प्रवेश द्वार पर लगाने से माता लक्ष्मी का घर में आगमन होता है।

लोग कई बार घर में ताजे फूलों से बना तोरण लगाते हैं, तो कई बार बाजार में मिलने वाले तरह-तरह के तोरण से घर को सजाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस प्रकार घर की हर एक चीज के लिए वास्तुशास्त्र मायने रखता है उसी तरह घर में बंधनवार लगाने का भी अपना एक अलग वास्तु होता है?

वास्तुशास्त्र विशेषज्ञों के अनुसार यदि आपके घर का मुख्य द्वार पूर्व दिशा की ओर है तो वहां हरे फूलों और पत्तों का तोरण या बंधनवार लगाना चाहिए। ताजे फूलों से बना तोरण आपके जीवन में खुशियां लाएगा। यदि आप मुख्य द्वार पर आम के पत्तों और पीले फूलों का तोरण लगाती हैं तो यह घर में माता लक्ष्मी के लिए प्रवेश द्वार खोल सकता है। आम के पत्ते लक्ष्मी जी को प्रिय होते हैं इसलिए ऐसा बंधनवार घर की सुख समृद्धि के लिए अच्छा होता है।

तोरण के लिए जरूरी हैं विशेष रंग

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप घर के प्रवेश द्वार पर माता लक्ष्मी के आगमन के लिए बंधनवार लगाती हैं तो इसे खरीदते समय इसके रंगों का विशेष ध्यान देना चाहिए। यदि आपके घर का प्रवेश द्वार उत्तर दिशा की ओर है तो मुख्य द्वार के लिए नीले या आसमानी रंग के फूलों के तोरण का प्रयोग करना चाहिए। इन रंगों का तोरण घर में खुशहाली लाने के साथ आर्थिक लाभ भी देता है।

पीले फूलों का तोरण भाग्यशाली

यदि घर का प्रवेश द्वार दक्षिण दिशा (दक्षिण मुखी घर के वास्तु टिप्स) में हो तो हमेशा तोरण लाल, नारंगी या घर से मिलते जुलते रंग का होना चाहिए। दूसरी ओर पश्चिम द्वार के पास पीले फूलों का तोरण भाग्यशाली माना जाता है। इसके अलावा दक्षिण दिशा के लिए तोरण लगाते समय आम के पत्तों की टहनी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सभी रंग और डिज़ाइन दक्षिण दिशा के लिए अत्यंत शुभ और अच्छे माने जाते हैं।

भूलकर भी न लगाएं ऐसा बंधनवार

वैसे तो घर के मुख्य द्वार पर ताजे फूलों और पत्तियों का बंधनवार लगाना शुभ माना जाता है, लेकिन ऐसा बंधनवार सूख जाए तो इसे प्रवेश द्वार से तुरंत हटा देना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सूखे हुए पत्ते घर में माता लक्ष्मी के प्रवेश को रोक देते हैं और दरिद्रता का कारण बन सकते हैं। सूखे बंधनवार से घर में नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और घर के सदस्यों को शारीरिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

यह भी पढ़ें- घर की इस दिशा में रख लें मोर पंख, सुधर जाएगी आर्थिक स्थिति

घर में जहां तक हो सके आपको ताजे फूलों का इस्तेमाल ही करना चाहिए। बंधनवार के रूप में क्रत्रिम फूलों और वस्तुओं का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इसके अलावा घर में किसी कंटीली पत्तियों या फूलों से बने तोरण का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए।

ये है एक्सपर्ट की राय

जब आप घर में बंधनवार या तोरण लगाती हैं तो यह घर में सकारात्मकता का कारण बनता है और घर की आर्थिक स्थिति को ठीक करने में मदद करता है। कुछ विशेष अवसरों जैसे होली, दीपावली, शादी या अन्य शुभ अवसरों पर मुख्य द्वार और घर के अन्य दरवाजों पर बंधनवार लगाना अत्यंत शुभ (दिवाली पर बंधनवार लगाने का क्‍या है महत्‍व) माना जाता है। इसके अलावा आपको इन शुभ अवसरों पर पुराना बंधनवार हटाकर उसकी जगह नया बंधनवार लगाना चाहिए।

यदि आप भी घर में बंधनवार लगाती हैं तो आपको इस बात पर विशेष ध्यान देना होगा कि वास्तु के अनुसार और सही दिशा में सही रंगों का बंधनवार लगाएं जिससे घर में खुशियों का प्रवेश हो सके।

यह भी पढ़े- घर की सीढ़ियों के नीचे नहीं रखनी चाहिए ये चीजें, जानें क्या कहता है वास्तु शास्त्र