आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चेतावनी और कार्रवाईयों के बाद भी राजधानी समेत विभिन्न जिलों में तैनात कई अधिकारी अब भी सुधरने का नाम नहीं ले रहें है, यहीं वजह है कि लगातार सीएम और डिप्टी सीएम के दरबार में गंभीर शिकायतों के साथ फरियादियों का रेला उमड़ रहा है।
ऐसी ही कुछ भीड़ सोमवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास सात कालीदास पर उमड़ी। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे दो सौ से ज्यादा फरियादियों ने उप मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें अधिकारियों की मनमानी और अपनी समस्या के बारे में बताया, जिसके बाद उप मुख्यमंत्री ने भी लापरवाह और भ्रष्ट अफसरों पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
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इस दौरान कई जिलों के डीएम, एसएसपी व एसपी से खुद उप मुख्यमंत्री ने बात करते हुए उन्हें फरियादियों की समस्या का हल करने का निर्देश दिया, साथ ही कुछ गंभीर मामलों में उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नहीं सुधरने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी।
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सबसे ज्यादा पुलिस विभाग से जुड़ी 45 शिकायतें सामने आयी। वहीं जमीन के अवैध कब्जे की शिकायतों की संख्या 31 रही, इन मामलों में फरियादियों ने संबंधित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए राहत नहीं पहुंचाने की बात कही। इसके अलावा, नगर निगम, विकास प्राधिकरण, पीडब्लूडी, शिक्षा और स्वास्थ्य समेत अन्य विभागों से परेशान लोगों ने भी उप मुख्यमंत्री से अपना दर्द बयान कर न्याय दिलाने की फरियाद की।
वहीं आज एक बार फिर केशव प्रसाद मौर्या ने बेबाकी से स्वीकार करते हुए कहा कि जिला स्तर पर समस्याओं के हल के लिए अधिकारी गंभीर नहीं है। लापरवाह और भ्रष्ट अधिकारियों पर लगाम कसने की बात पर डिप्टी सीएम बोले कि अब समीक्षा बैठक के दौरान हर जिले से प्राप्त समस्याओं के बारे में भी जिला स्तर पर भी समीक्षा की जाएगी। जिसमें दोषी पाए गए अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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