आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के चेयरमैन पद के उम्मीदवार अरुण सिंह ऊर्फ गप्पू के ड्राइवर की बीती रात बदमाशों ने गोली मारने के साथ ही धारदार हथियार से वारकर बेरहमी से हत्या कर दी। सुबह बीकेटी के महिपतपुर (देवरईकलां) के एक सरकारी नलकूप पर 25 वर्षीय चालक की रक्तरंजित लाश मिलने पर ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस के साथ ही मृतक के परिजनों को दी।
भाजपा नेता की चालक की हत्या की जानकारी लगते ही पुलिस महकमें हड़कंप मच गया। सूचना पाकर मौके पर क्षेत्रिय पुलिस के अलावा सीओ बीकेटी, एएसपीआरए डॉ. सतीश कुमार व डॉग स्कवॉएड और फिंगर प्रिन्ट एक्सपर्ट की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने छानबीन के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। हत्या के पीछे चालक के परिचितों का नाम सामने आया है।
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बताया जा रहा है कि बीकेटी के देवरई गांव वार्ड नंबर पांच के निवासी नारायण सिंह किसानी करते है, जबकि उनका बेटा आलोक सिंह ऊर्फ पुष्कर अरुण सिंह की गाड़ी चलाता था। नारायण सिंह ने पुलिस को बताया कि पुष्कर कल अपरान्ह चार बजे बाहर से घर लौटा था। जिसके कुछ देर बाद ही वह बुखार और खांसी आने की बात कहकर चला गया। रात में भी घर नहीं लौटा। जिसके बाद आज सुबह सात बजे गांववालों ने बताया कि पुष्कर की देवरईकलां के एक नलकूप पर लाश पड़ी है।
फोन कर कहा था लालू और उसके साथियों के साथ बियर पी रहा हूं
पिता ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि पुष्कर ने कल रात करीब सवा आठ बजे गांव के ही मनीष सिंह के मोबाइल पर कॉल कर बताया था कि एक मॉडल शॉप में लालू और उसके दो-तीन साथियों के साथ शराब पी रहा है। उसे अंदेशा है कि लालू ने ही उसके बेटे की हत्या की होगी। पिता की तहरीर के बाद पुलिस लालू व उसके साथियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है।
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संघर्ष के बाद भी जिंदगी की जंग हत्यारों से नहीं जीत सका पुष्कर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुष्कर की लाश देखने से लग रहा था कि नशे में होने के बाद भी उसने काफी देर तक हत्यारों से संघर्ष किया होगा। यहीं वजह है कि उसके गले, चेहरे, आंख व सिर समेत बदन के कई हिस्सों पर धारदार और किसी भारी चीज से की गई चोटों के निशान थे। साथ ही माथे पर भी दो गोली मारी गई थी। समझा जा रहा है कि हत्यारों की संख्या तीन से चार होने की वजह से पुष्कर काफी संघर्ष करने के बाद भी खुद को उनसे नहीं बचा सका।
एएसपीआर डॉ. सतीश कुमार ने बताया मृतक के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही आरोपित की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा पुष्कर की कॉल डिटेल निकलवाने समेत भी विभिन्न बिन्दुओं पर पुलिस की पड़ताल चल रही है। आरोपितों के पकड़े जाने पर हत्या की वजह पूरी तरह साफ हो पाएगी।