आरयू ब्यूरो
पटना। बिहार के स्वास्थय मंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। इस बार उनके चर्चा में आने कारण कुछ और नहीं बल्कि आरएसएस के मुकाबले धर्मनिपेक्ष सेवक संध का गठन करना है।
तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, आरएसएस की तर्ज पर ही बिहार में एक नये संगठन धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ का गठन किया है। जिसे डीएसएस का नाम दिया है। तेज ने मीडिया को बताया कि इस संगठन का विस्तार राष्ट्रीय स्तर पर किया जायेगा, जिसमें सभी धर्मों और सभी जाति के लोगों को शामिल किया जाएगा। डीएसएस संगठन आरएसएस और योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू वाहिनी सेना से भी मुकाबला करेगा।
साथ ही यह भी कहा कि उनका संगठन आरएसएस के एजेंडे को पूरी तरह बाहर कर देगा। यह संगठन आरएसएस के आरक्षण के मुद्दे को पूरी तरह से बाहर खदेड़ देगा। श्री प्रताप का कहना है कि आरक्षण उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। इस देश में आरएसएस की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी।
वहीं दूसरी ओर इस संबंध में विधान पार्षद पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तेज पर तंज कसते हुए कहा कि पहले उन्हें आरएसएस की ट्रेनिंग लेनी चाहिए और उसके बाद संगठन बनाने की बात सोचनी चाहिए।