आरयू ब्यूरो,
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर काशी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महादेव की नगरी को एक बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने अलकनंदा क्रूज का उद्धाटन कर उसे गंगा की लहरों पर उतरा।
मुख्यमंत्री ने आज खिड़किया घाट पर वातानुकूलित डबल डेकर लग्जरी क्रूज अलकनंदा का फीता काट काशी की जनता को समर्पित किया। इस क्रूज के माध्यम से पर्यटकों को काशी में गंगा के बीच एक नया अनुभव के साथ ही देश-विदेश के पर्यटक अब लग्जरी क्रूज में बैठकर काशी के पौराणिक घाटों का अवलोकन भी कर सकेंगे। वहीं गंगा में क्रूज की पहली झलक देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग घाटों पर जुटे रहें। इस दौरान योगी ने खुद भी अपने विधायक, मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रूज की सवारी की।
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क्रूज को कोलकता में तैयार किया गया है, इसका संचालन एक निजी कंपनी करेगी। अस्सी से राजघाट तक दौड़ने वाले इस क्रूज के जरिए पर्यटकों को काशी में गंगा के बीच एक नया अनुभव मिलेगा। 2000 वर्ग फीट के इस अत्याधुनिक क्रूज में उन व्यवस्थाओं का ध्यान रखा गया है, जो किसी बड़े होटल में होता है।
सेफ्टी फीचर से लैस है क्रूज
क्रूज में सेफ्टी फीचर का विशेष ध्यान रखा गया है। इसका इंजन 450 हॉर्स पॉवर का है इसके साथ ही एक सर्विस बोट भी है। यह सर्विस बोट इमरजेंसी के समय में लाइफ बोट का काम करेगी। इसके अलावा इस लक्जरी क्रूज में पर्याप्त संख्या में लाइफजैकेट्स और लाइफगार्ड्स मौजूद रहेंगे।
कॉरपोरेट इस्तेमाल के लिए भी किया जा सकता है बुक
इसके इंजन को पर्यावरण के मापदंड के हिसाब से तैयार किया गया है जो कि पूरी तरह से साउंड प्रूफ है। खास बात यह है कि इस क्रूज में 2000 स्क्वायर फीट की जगह है। साथ ही नीचे के डेक में 60 लोग और ऊपर के डेक पर 30 लोगों के बैठने की व्यवस्था है, जिसे कॉरपोरेट सेमीनार और पार्टी हाल की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकेग। जिसकी ऑनलाइन बुकिंग की जा सकेगी। इसमें प्रति व्यक्ति जीएसटी समेत 750 रुपये चुकाने होंगे।
धार्मिक आस्था के आधार पर ही होगी खान-पान की सुविधा
काशी की धार्मिक आस्था के चलते इस क्रूज पर कोई भी ऐसा खान-पान इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा, जो इसके अनुरूप न हो। इस दो मंजिला क्रूज में नीचे का डेक पूरी तरह से वातानुकूलित एक बड़ा हॉल है। इस हॉल के साथ ही पैंट्री की भी व्यवस्था है, ताकि सैलानियों को ब्रेकफास्ट, स्नैक्स और लंच परोसा जा सके। इसके अलावा इसमें बायो-टॉयलेट की सुविधा है ताकि किसी भी तरह से कोई गंदगी गंगा के पानी में न मिलने पाए।
तीन शिफ्ट में बांटा गया है क्रूज पैकेज
क्रूज के पैकेज को तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है। पहला सूर्योदय के समय, तीसरा शाम को सूर्यास्त के वक्त गंगा आरती कराते हुए खत्म किया जाएगा। वहीं दूसरा दोपहर के वक्त इस क्रूज का इस्तेमाल कॉरपोरेट मीटिंग, पार्टी के लिए किया जा सकेगा।
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मनमोहक नजारे के लिए लगी हैं बड़ी खिड़कियां
क्रूज में बैठकर भी मनमोहक नजारे का आनंद लिया जा सके इसके लिए खिड़कियां काफी बड़ी बनाई गई हैं, ताकि अंदर बैठा व्यक्ति बाहर के नजारे का पूरा लुत्फ उठा सके। क्रूज अस्सी घाट पर होने वाले सुबह-ए-बनारस और शाम को दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती दिखाएगा।
क्रूज को शुरुआत में अस्सी घाट से राजघाट तक चलाया जाएगा। इस दौरान सैलानियों को घाटों के दर्शन के अलावा जगह-जगह होने वाली विश्व-प्रसिद्ध गंगा आरती भी देखने को मिलेगी।
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